SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 254
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ २३४ प्रतिक्रमण सूत्र. अर्थः-( एवं के०) एम (सुदिहिसुरगण के०) पूर्वोक्त सम्यग्दृष्टि देव तानो समूह, तेणें ( सहिजे के०) सहित एवा (संघस्स के०) श्रीसंघ जे तेने ( संतिजिणचंदो के०) सामान्य केवलीने विषे श्रादहादकारी माटें जिनचंड कहियें; ते श्रीशांतिजिनचंड, तमें (मऊवि के) मने पण सों पव निवारणरूप ( रकं के ) रदा तेप्रत्ये ( करेउ के० ) करो. ए श्रीशांति जिनचंड केहेवा जे ? तो के ( मुणि के० ) मुनिने विषे (सुंदर के०) प्रधान एवा जे श्रुतकेवली, मनःपर्यवझानीयो तेणें तथा (सूरि के०) पंमितो तेमणे (थुश्र के० ) स्तुति कस्यो डे ( महिमा के० ) माहात्म्य जेमनुं एवा . अथवा पक्षांतरें आ स्तोत्रकर्त्तानुं नाम पण श्रीमुनिसुंदर सूरि , एम जणाववाने या डेलु पद लख्युं ॥ १५ ॥ इअ संति नाह सम्म, दिकी रकं सर तिकालं जो॥ सबोवद्दवरदिर्ज, स सदश् सुहसंपयं परमं ॥ १३ ॥ अर्थः-(श्य के०) ए प्रकारे (सम्महिही के०) रूमी ने दृष्टि जेनी एवो तत्त्वश्रकानवालो (जो के०) जे कोइ मनुष्य, (संतिनाह के०) श्री शांतिनाथ तेनी ( रकं के० ) रदा जे जे तेने (तिकालं के) त्रणे कालें त्रिसंध्यायें ( सर के०) स्मरण करे , मनें करी चिंतवन करे बे, ते मनुष्य, (सबोवद्दवरहि के०) सर्वोपवें करी रहित थाय बे, अने (स के०) ते मनुष्य, (परमं के०) सर्वोत्कृष्ट एवा (सुहसंपयं के०) सुखसंपत् श्रथवा सुखदायक संपदा तेने ( लहर के० ) पामे ॥ १३ ॥ तवगगयणदिणयर,जुगवरसिरिसोमसुंदरगुरूणं॥ सुपसायल गणदर,विद्यासिनिणसीसो॥२४॥ इति श्री संतिकरं नाम तृतीयं स्मरणम् ॥ ३ ॥ अर्थः-( तवग के ) श्री तपोगबरूप (गयण के०) गगन तेने विषे (दिणयर के० ) दिनकर जे सूर्य ते समान ( जुगवर के ) युगप्रधान पदवीना जोगवनार एवा ( सिरिसोमसुंदरगुरूणं के०) श्रीसोमसुंदरसूरि नामा गुरु धर्माचार्य तेमना ( सुपसाय के० ) सुप्रसादें करीने (लझ के) प्राप्त यश् एवी ( गणहरविद्यासिडिं के ) गणधर विद्या सिद्धिने ( सीसो Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003850
Book TitlePratikraman Sutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShravak Bhimsinh Manek
PublisherShravak Bhimsinh Manek
Publication Year1906
Total Pages620
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy