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उत्पाद व्यय ध्रौव्य युक्तं सत्वम् उत्पाद व्यय ध्रौव्य युक्तं सत्वम्
उत्पाद व्यय ध्रौव्य युक्तं सत्वम् सम्यक् दर्शन ज्ञान चारित्राणि मोक्षमार्गः सम्यक् दर्शन ज्ञान चारित्राणि मोक्षमार्गः
सम्यक् दर्शन ज्ञान चारित्राणि मोक्षमार्ग: -का महामंत्र अविरल अविराम उनके रक्तछन्द में ध्वनित होता चला गया। और आँखें खोलते ही उन्होंने एक गहन हर्षाघात के साथ अनुभव कियाः
कि जगत और जीवन को वे एक अपूर्व नूतन आलोक में मास्वर देख रहे हैं, मर्त्य पृथ्वी का चेहरा इतना सुन्दर तो पहले कभी नहीं दिखायी पड़ा था !
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