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'वीरशासन महोत्सव का भी कितना ही कार्य सामने आगया था, जिससे जरा भी अवकाश नहीं मिल सका। कलकत्तासे वापिसीमें कुछ यात्राका प्रोग्राम रहा और कुछ दूसरा काम छपने लगा। इसीसे प्रस्तावना देरसे छप सकी, इस विलम्बके कारण पाठकोंको जो प्रतीक्षाजन्य कष्ट उठाना पड़ा उसका हमें खेद है, और इस मजबूरी के लिये हम उनसे क्षमा चाहते हैं ।
अधिष्ठाता 'वीरसेवामन्दिर'
प्रस्तावनाकी विषय-सूची
विषय.
१
१. ग्रन्थ (अध्यात्मकमलमार्तण्ड) और उसकी उपयोगिता २. ग्रन्थकर्ता कविराजमल्ल और उनके दूसरे प्रन्थ ३. पञ्चाध्यायी और लाटीसंहिता ४. पञ्चाध्यायीकी कर्तृत्व-विषयक खोज ५. ग्रन्थ-रचनाका समय-सम्बन्धादिक ६. प्रन्थ-निर्माणका स्थान-सम्बन्धादिक ७. लाटीसंहिताका नामकरण ८. जम्बूस्वामि-चरित ६. मथुरामें सैंकड़ों जैनस्तूपोंके अस्तित्वका पता १०. कविवरकी दृष्टिमें शाह अकबर ११. छन्दोविद्या (पिङ्गल) १२. पिङ्गलके पद्योंपरसे राजा भारमल्ल १३. उपसंहार
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