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भक्तमाल
टीका
पृष्ठ
पद्यांक
११-१२.
... १२ १२-१३.
२२-२४ २५-२६
१३ १३-१४
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पुनः अवतार वर्णन नारदजी का प्रभाव स्वयंभुमनु का वर्णन सनकादिक का वर्णन कपिल का वर्णन व्यासजी का वर्णन भीष्म का वर्णन धर्मराज का वर्णन चित्रगुप्त का वर्णन लक्ष्मी का वर्णन शिवजू की टाका अजामेल की टीका सोलह फारषद वर्णन
नन्द, सुनन्द, सुप्रभ, बल, कुमुद. कुमदाइक, चण्ड, प्रचंड, जय, विजय, विष्वक्सेन, शील,
सुशील, भद्र, सुभद्र सोलह पारषदों की समुदायी टीका विष्णु-वल्लभों के नाम वर्णन
लक्ष्मी, गरुड, सुनन्द, सोलह पारषद, सुग्रीव, हनुमान, जामवन्त, विभीषण, स्योरी (शबरी) जटायु, सुदामा, विदुर, अक्रूर, ध्रुव, अम्बरीष, उद्धव, चित्रकेतु, चन्द्रहासक,
माह, गजेन्द्र, द्रौपदी, मंत्रेय हनुमानजू की टीका विभीषणजू की टीका सबरीजू की टीका जटायुजू की टीका दुरवासा कष्ट वर्णन अम्बरीषजी की टीका
२८ २६-३१ ३२-३८ ३९-४०
१४-१५
१५ १५-१६
१६
१६-१७
४१-५२
१७-१८
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