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herगोयम-संधि
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'पासि बंध बाँधिउ इह - लोगो सो तइँ पास बंध किम छिंदिउ 'पास - बंध मइ मूलह तोडिउ 'पास किसिउ' केसी इम भासइ मोह-पास पसरंत-सणेहू मोह-बद्ध जाणंत मूझइ
देहुभव विस-वेली महंती विसमय-फल-दल-कंदल-मूली 'मइँ विस-वेलि-मूल खणि सोहिउ 'वेली किसी ' इम पूछड़ केसी 'भव - तिहा विस-वेलि भणीजइ जं जगि विसय-पिपासा - नडिया
'दुद्दम दुट्ठ तुरंगम अच्छइ
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तिहुयण-तरु छाया विहरंती ॥५५ सा तइ गोयम किम ऊमूली ॥५६
त
तउ
'झाल- कराल जलइ जा अग्गी सा तइ गोयम किम उल्हाविय 'सा मइँ मेह- नीरि उल्हाविय भइ केसि ' के पावग-पाणी' 'कोव जलण जिण जलहर वाणी कोवि जलंतु खवग अहि थाई
दीसइ दीण निहीण स- सोगो ॥४६ जं तुह दीसइ मनि आनंदिउ ' ॥४७ आपणपर आप जि विछोडिउ ' ॥४८ तर गोयम - गुरु ते जि पयासइ ॥ ४९ वर- वेरग्ग-खग्गि छिंदेहू ||५० भदत्त जिम किम-इ न बूझइ' ॥५१ 'साहु साहु गोयम ० ' ॥५२-५३ ' तो गोयम वुच्चइ ० ॥५४
हउँ तसु विस- वाइ न मोहिउ' ॥५७ गोयम - गुरु कहइ महेसी ॥ ५८ विसय-मूल संवेगि खणीजइ ॥५९ दो - वि सुवन्नकार भवि पडिया' ॥६० 'साहु साहु गोयम ० ' ॥६१--६२ तो गोयम वुच्चइ० ॥ ६३
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संतावर देहंतरि लग्गी ॥ ६४
जं तुह तणु दीसइ अण- ताविय' ॥६५ तउ तिणि मह तणु नहु संतावियं' ॥ गोयम कहइ अमियम वाणी ॥६७ जाणेवउ सुय सीयल पाणी ॥६८ नागदत्त उवसमि सिवि जाई ॥६९ 'साहु साहु गोयम ० ॥ ७०-७१ तो गोयम वुच्चइ० ॥७२
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मागु मेल्हि उमागिइँ गच्छ ॥७३
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