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आईकुमार-धवल
माईय पढतइ वछ तइ ए, माडीय पूरीय आस, तू बडउ लेसालिउ ए। . पुत्र तई सूत्र लिख्या पखइ ए, रहावीयलई घरसूत्र, तूं वडउ लेसालिउ ए ॥४ अभयकुयारु तुंय पीत्रीउ, ए न्याइ एवड बुद्धि, तूं वडउ लेसालिउ ए। अम्ह प्रिय वछ तई रहाविउ ए, रमतुलइँ बार वरीस, तू वडउ लेसालिउ ए ॥५
अखइ होइजे वच्छ, तू वडउ लेसालिउ ए ।
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