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कारित एवं प्रतिष्ठित श्री रत्नमय पार्श्वनाथ धातुबिम्ब विराजमान हैं। "
नासिक्यपुर-पल्ली० शाह ईसर के पुत्र माणिक पत्नी श्री० नाऊ के पुत्र शाहकुमारसिह ने श्री चन्द्र प्रभ जिनालय का जीर्णोद्धार करवाया था। ६
अर्बुदतीर्थ-वि० सं० १३०२ ज्येष्ठ शु० ६ शुक्रवार की पल्ली० भा० धरणदेव पत्नी भा० धरणदेवी के पुत्र भा० वागड़ पत्नी द्वारा कारित एवं प्रतिष्ठित प्रतिमा श्री नेमनाथ जिनालय के श्री शांतिनाथ मंदिर (कुलिका) में विराजमान है। - बीकानेर-वि० सं० १३७३ वैशाख शु० ७ सोमवार की पल्ली० से० पासदत्त द्वारा से० नरदेव के श्रेयार्थ कारित एवं चैत्र गच्छीय श्री पद्मसूरि द्वारा प्रतिष्ठित श्री शांतिनाथ प्रतिमा श्री चिंतामणी (चडबीसरा) जिनालय में विराजमान है। ___ इसी नगर के श्री महावीर मंदिर में वि० सं० १३६० वंशाख कृ० ११ पल्ली० श्रे० ठ० मेघा द्वारा पिता अभयसिंह माता लक्ष्मी के श्रेयार्थ कारित अम्बिका मूर्ति विराजमान है ।
बूदी-वि० सं० १५३१ माघ शु० ५ शुक्रवार की पल्ली० शाह राज पुत्र धर्मसी के पुत्र प्रियंवर द्वारा कारित एवं वृहद् प्राचीन जैन लेख संग्रह (जिन० वि०) लेखांक ४७७,५७ (गिरनार प्रशस्ति ५) ३-६ जै० ध० प्र० ले० सं० भा० २ लेखांक १३१,२२८,५५०,६५५ ७-विविध तीर्थ कल्प पृ० ५४ ।
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