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बड़ौदा-वि० सं० १३३५ चैत्र कृ० ५ की पल्ली० पद्भल, पद्मा द्वारा श्रे० सहजमल माता-पिता के श्रेयार्थ कारित एवं श्री विजयसेनसूरि के राज्यकाल में श्री उदयप्रभसूरि द्वारा प्रतिष्ठित श्री आदिनाथ धातु प्रतिमा दादा श्री पार्श्वनाथ मंदिर, नरसिंह जी की पोल में विराजमान है। २
वि० सं० १५२८ माघ कृ०५ की पल्लीवालगच्छय गगडरीया गोत्रीय श्री धारसी पुत्र चड्डा पत्नी मचकू के पुत्र भोला द्वारा कारित एवं श्री यशोदेवसूरिपट्टाधिकारी नन्नसूरि द्वारा प्रतिष्ठित श्री पद्मप्रभ धातुबिंब शाह मोतीलाल हीराचन्द के घर देवालय में विराजमान हैं। 3
खम्भात-वि० सं० १४०८ बैसाख शु० ५ गुरुवार की पल्ली० श्रे० समेत द्वारा पिता खेता, माता पाहू के श्रेयार्थं कारित एवं श्री चैत्र गच्छीय श्री पद्मदेव सूरि पट्टालंकार श्रीमानदेवसूरि द्वारा प्रतिष्ठित श्री शान्तिनाथ धातुर्विब कुम्भार पाड़ा के श्री शीतल नाथ जिनालय में विराजमान है । ४
इसी मंदिर में वि० सं० १३४३ माघ शु० १२ पल्ली० सं० हरिचन्द के पुत्र सं० तेजपाल द्वारा माता पाल्हणदेवी के श्रेयार्थ
४-५ प्राचीन लेख संग्रह (विद्याविजय जी) ले० ६५, २३१. ६. प्रतिष्ठ लेख संग्रह (विनय सागर जी) ले० १७० ७-६ जै० प्र० लि० सं० भा० १० ले० ४६२-४६३
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