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पाठान्तर
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२७७ या कुण > बंधव सुणि, ठाइ, हिव जीवी नइ करस्यां कांइ २७८ प्राहुणो देवड़। २७६ हुअउ, चहुआण, दियइ - हाथि । २८० ऊभट ल्यइ पहु ईस। २८१ हि था, तिहां > जिके । २८२ मांहि, चड़इ, जोहार । २८३ बंधव, गहगहियउ, तिणि > यउ। २८५ करी, मीर, बांधव । २८६ भवणिज, पेखेवि। २८७ जिहांकइ, लिखमी। २८८ लेजो लखमी-लाभ, इस्यउ, दे वाला बांह । २८६ राजा, मान, घाल्यावे बिन्हइ, इसउ । २६० धसमसइ, म्हारउ। २६१ सहीयउ= हुवउ, नमियउ; पुणि, जउ, धारा मूग उर
सांकल करां । २६२ बेवइ, घणा > बेउं । २६३ सुणउ > नइ, प्राक्रम दिखाड़उं, आपहणी जाइस्यारउ
गल। २६४ यह दोहा उदयपुर की प्रति में नहीं है।
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