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हम्मीरायण २६५ तिहां, उपमा तिहां, चुड़ला झलकइ निला । २६६ सोवन, रै, कंठि, उर, पा, रुण झुणकार । २६७ आपणड़ा उजाइ प्रिया, वे पख उजवालइ ते त्रिया । २६८ अंतेवरि तिसी, राजकुमरि तीसी । २६६ पड़ियउ पलउ, सांजति समुदाउ । २७० सोनई विंत, ढोल कमखा=ढोलिया खाट, तंबालू । २७१ गरथइ भरी बलइ ते भली, कूकू तणी कतीफा जूजा
पट्टकूल, सउड़ तुलाई। २७२ इकवीस भूमि, हणुमंत, प्रजाली, इसउ वीतग वीतउ
रिणथूभि । २७३ कोइ न उगरियउ तिणि ठाइ, उत्यम, लहउ, नउ हुवउ
संघार। २७४ सघलउ मुकलावउ, पउलि, करइ, ०तु गढ पूठि ज देइ.
चाहुआण गढि वहिला आणेजि । २७५ रा ना, देउ, कोठारिइ, मोकलावइ ।
[ उदयपुर की प्रति के पद उलट-पुलट है ] । २७६ रहि जोवइरहियउ जाइ, दीसइ - मोटा, वीरमदे
जाजउ मीर, राखस्यां त।
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