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हम्मीरायण सवा लाख साहण दलधणी, ऊलग करइ मोडोधा धणी; गयवर घरि गुडइ सइ पंच, घोड़ा सहस एक सइ पंच; १६ सवा लाख साहण दल मिलइ, त्रिणि लाख पायल दल भिलइ; सात छत्र धरावइ सीस, सवालाख संभरि नउ ईस; २० जे कुलवंत भला छइ सूर, तिहनइ द्यइ ग्रास तणा सवि पूर: वेला आई सारइ काम, तिहनइ कदे नहीं अपमान; २१ ते नवि कीणही करइ जुहार, घरि बइठा खाई भंडार; झूझ माहि ते न गिणई ‘आढ, करतारा स्यु मांडइ वाढ; २२ रिण खाखर पाखर घरि घणी, सवि सामहणी सुहड़ा तणी; अंगा टोप रिगावलि तणा, पार न लाभइ घरि छइ घणा; २३ संग्रहणी कीधा कोठार, धान तणा मोटा अंबार; घीव तेल री वावडि जिसी, जीमतां नहीं कदे खूटिसी; २४ मोटा राय तणी कूयरी, परणी पांचसइ अंतेउरी; रूपि करी नइ अति अभिराम, पटराणी हांसलदे नाम; २५ वरांगणा सहस इक जाणि, कंदर्प तणी जिसी हुइ खाणि; दासी सहस पंचसै घरई, सवि छारूप तिहां संचरइ; २६ द्रव्य तणी नहीं कामणा, सहस पंच मण सोना तणा; बहत्तर कोड़ि गरथ घरि होइ, पाखर पार न जाणा कोइ; २७ सूर्य वंसि माहि चंद्र समान, रणमल रायपाल बेऊ प्रधान; अरधी बुदी त्यांनइ ग्रास, घणउ परिवार अछइ तिहि पासि; २८ २१ द्य, आइ २८ त्यनइ
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