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________________ ( ६८ ) जिआउद्दीन बरनी-जियाउद्दीन बरनी का जन्म सन् १२८५ में हुआ। उसने तारीखे फोरोजशाही की समाप्ति सन् १३५७ में की जब बसकी आयु ७२ वर्ष की थी। उसके इतिहास में भी हम्मीर सम्बन्धी अनेक उपयोगी सूचनाएं हैं। उनमें से मुख्य ये हैं : (१) 'सन् ६८९ हिजरी ( १२९० ई० ) में सुल्तान जलालुद्दीन ने रणथम्बोर चढ़ाई की।...झायन पहुँच कर उसे अपने अधिकार में कर लिया। वहाँ के मन्दिरों को कलुषित कर डाला । . रणथम्बोर का राय, राजकुमारों, मुकद्दमों तथा प्रतिष्ठित व्यक्तियों एवं उनके परिवार सहित अपने किले में बन्द हो गया। सुल्तान की इच्छा थी कि रणथम्बोर पर अधिकार जमा लिया जाय। किले को घेर लेने का आदेश दे दिया गया। मगरबी' तैयार की गई। साबात एवं गरगच लगाए गये । किले पर अधिकार जमाने का प्रयत्न आरम्भ हो गया। अभी यह तैयारियां हो रही थी कि सुल्तान झायन से सवार हो कर रणथम्बोर पहुँचा । किले का निरीक्षण करके चिन्ता में पड़ गया। सायंकाल फिर झायन लौट गया। दूसरे दिन राज्य के पदाधिकारियों तथा सरदारों को बुलवा भेजा। उनसे कहा कि मेरी इच्छा है कि किले पर अधिकार जमा लू । कल जब मैंने किले के निरीक्षण करने के उपरान्त सोच-विचार किया तो मेरी समझ में यह आया कि यह किला उस समय तक विजय नहीं हो सकता जब तक मुसल्मानों की बहुत बड़ी संख्या इस किले को प्राप्त . १-इसका अर्थ तोप भी बताया गया है, किन्तु सम्भव है कि इसके द्वारा आग तथा शीघ्र जलने वाले पदार्थ फेंके जाते हों (खजली कालीन भारत, उ) । Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003823
Book TitleHammirayan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhanvarlal Nahta
PublisherSadul Rajasthani Research Institute Bikaner
Publication Year
Total Pages242
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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