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________________ ( ६५ ) रणथम्बोर की एक चुनी हुई सेना ने उस धेरे पर धावा बोल दिया। इससे बादशाह की सेना में कोलाहल मच गया। उस समय बादशाह ने तुझे भी आदेश दिया और तू ने ही अपनी वीरता तथा परिश्रम से आक्रमणकारियों को पराजित किया। इस विजय के फलस्वरूप बादशाह ने तुझे विशेष रूप से सम्मानित किया।"१ __ अमीर खुसरों की रचनाओं में से उद्धृत ऊपर के अवतरणों में हम्मीर विषयक अनेक तथ्य है। किन्तु ये पुस्तकें तत्कालीन सुल्तानों को प्रसन्न करते और उनसे धन बटोरने के लिए लिखी गई थीं। इसलिए इनमें एक भी कटु सत्य न आने पाया है। विवरण एकांगी है और इसे पर्याप्त सावधानी से प्रयुक्त न करने पर कुछ असत्य के प्रचार की सम्भावना है। ___ एसामी :-एसामी ने 'फुतू हूस्सलातीन' की रचना सन् १३५० में की। उसके इतिहास में कई ऐसे तथ्य हैं जो अमीर खुसरो और नयचन्द्र की रचनाओं की अनुपूर्ति करते हैं। ___ सुल्तान जलालुद्दीन के बारे में उसने लिखा है कि "सुल्तान ने शिकार के नियम से झायन की ओर प्रस्थान किया। मायन पहुँचकर सुल्तान के आदेशानुसार सेना ने किले को टुकड़े-टुकड़े कर दिया। मन्दिरों का विध्वंस तथा हिन्दुओं का विनाश कर दिया।"२ अलाउद्दीन के भाई उलुराखां ने गुजरात की विजय के बाद वापस लौटती समय उलुनखाँ ने बलात् सरदारों लूट में से सुल्तान का हिस्सा वसूल कर लिया। “कमीज़ी मुहम्मदशाह, कामरू, यलचक तथा बर्क जो १ खलजी कालीन भारत, पृ० १९२ २ " " , पृ० १९५-९६ Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003823
Book TitleHammirayan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhanvarlal Nahta
PublisherSadul Rajasthani Research Institute Bikaner
Publication Year
Total Pages242
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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