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सतं-२९, वग्गो- ,सत्तंसत्तं- , उद्देसो-२
सेवं भंते! सेवं भंते! ति जाव विहरइ।
एगणतीसइमे सते बीइओ उडेसो समतो.
० उद्देसगा/३ -११ ० [९९७]एवं एतेणं गमएणं जच्चेव बंधिसए उद्देसगपरिवाडी सच्चेव इह वि भाणियव्वा जाव अचरिमो ति। अणंतरउद्देसगाणं चउण्ह वि एक्का वत्तव्वया। सेसाणं सत्तण्हं एक्का।
एगणतीसइमे सते ३-११ उद्देसगा समता.
०-एगूणतीसइमं सयं समत्तं-० • मुनि दीपरत्नसागरेण संशोधितः सम्पादित्तश्च एगूणतीसइमं सतं समत्तं .
[] तीसइमं सयं []
0 पढमो उद्देसओ0 [९९८]कति णं भंते! समोसरणा पन्नत्ता? गोयमा! चत्तारि समोसरणा पन्नत्ता, तं जहा-- किरियावादी अकिरियावादी अन्नाणियवादी वेणइयवादी।
जीवा णं भंते! किं किरियावादी, अकिरियावादी, अन्नाणियवादी, वेणइयवादी? गोयमा! जीवा किरियावादी वि, अकिरियावादी वि, अन्नाणियवादी वि, वेणइयवादी वि।
सलेस्सा णं भंते! जीवा किं किरियावादी0 पुच्छा। गोयमा! किरियावादी वि जाव वेणइयवादी वि। एवं जाव सुक्कलेस्सा।
अलेस्सा णं भंते! जीवा0 पुच्छा। गोयमा! किरियावादी, नो अकिरियावादी, नो अन्नाणियवादी, नो वेणइयवादी।
कण्हपक्खिया णं भंते! जीवा किं किरियावादी0 पुच्छा। गोयमा! नो किरियावादी, अकिरियावादी वि, अन्नाणियवादी वि, वेणइयवादी वि।
सुक्कपक्खिया जहा सलेस्सा। सम्मद्दिपी जहा अलेस्सा। मिच्छादिट्ठी जहा कण्हपक्खिया।
सम्मामिच्छद्दिट्ठी णं0 पुच्छा। गोयमा! नो किरियावादी, नो अकिरियावादी, अन्नाणियवादी वि, वेणइयवादी वि।
णाणी जाव केवलनाणी जहा अलेस्सा। अण्णाणी जाव विभंगनाणी जहा कण्हपक्खिया। आहारसन्नोवउत्ता जाव परिग्गहसण्णोवठत्ता जहा सलेस्सा। नोसण्णोवउत्ता जहा अलेस्सा। सवेयगा जाव नपुंसगवेयगा जहा सलेस्सा। अवेयगा जहा अलेस्सा। सकसायी जाव लोभकसायी जहा सलेस्सा।
[दीपरत्नसागर संशोधितः]
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[५-भगवई