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सतं-२५, वग्गो- ,सत्तंसत्तं- , उद्देसो-६
सिणायस्स णं0 पुच्छा। गोयमा! एक्को।
पुलागस्स णं भंते! नाणाभवग्गहणिया केवतिया आगरिसा पन्नता? गोयमा! जहन्नेणं दोण्णि, उक्कोसेणं सत्त।
बउसस्स० पुच्छा। गोयमा! जहन्नेणं दोन्नि, उक्कोसेणं सहस्ससो। एवं जाव कसायकुसीलस्स। नियंठस्स णं0 पुच्छा। गोयमा! जहन्नेणं दोन्नि, उक्कोसेणं पंच। सिणायस्स0 पुच्छा। गोयमा! नत्थि एक्को वि।
[९२९]पुलाए णं भंते! कालतो केवचिरं होइ? गोयमा! जहन्नेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेण वि अंतोमुहुतं।
बउसे0 पुच्छा। गोयमा! जहन्नेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं देसूणा पुव्वकोडी। एवं पडिसेवणाकुसीले वि, कसायकुसीले वि। नियंठे0 पुच्छा। गोयमा! जहन्नेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं अंतोमहत्तं। सिणाए0 पुच्छा। गोयमा! जहन्नेणं अंतोमुहुत्तं, उक्कोसेणं देसूणा पुव्वकोडी। पुलाया णं भंते! कालओ केवचिरं होति? गोयमा जहन्नेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं अंतोमुहत्तं बठसा णं भंते!0 पुच्छा। गोयमा! सव्वद्धं । एवं जाव कसायकुसीला। नियंठा जहा पुलागा। सिणाया जहा बसा।
[९३०]पुलागस्स णं भंते! केवतियं कालं अंतरं होइ? गोयमा! जहन्नेणं अंतोमुहत्तं, उक्कोसेणं अणंतं कालं-अणंताओ ओसप्पिणि-उस्सप्पिणीओ कालओ, खेत्तओ अवड्ढं पोग्गलपरियट देसूणं।
एवं जाव नियंठस्स। सिणायस्स0 पुच्छा। गोयमा! नत्थंतरं।
पुलागाणं भंते! केवतियं कालं अंतरं होइ? गोयमा! जहन्नेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं संखेज्जाइं वासाइं।
बठसाणं भंते!0 पुच्छा। गोयमा! नत्थंतरं। एवं जाव कसायकुसीलाणं। नियंठाणं0 पुच्छा। गोयमा! जहन्नेणं एक्कं समयं, उक्कोसेणं छम्मासा। सिणायाणं जहा बठसाणं।
[९३१]पुलागस्स णं भंते! कति समुग्घाया पन्नता? गोयमा! तिन्नि समुग्घाया पन्नत्ता, तं जहा-वेयणासमुग्घाए कसायसमुग्घाए मारणंतियसमुग्घाए।
बउसस्स णं भंते!0 पुच्छा। गोयमा! पंच समुग्घाता पन्नत्ता, तं जहा--वेयणासमुग्घाए जाव तेयासमुग्घाए।
एवं पडिसेवणाकुसीले वि। कसायकुसीलस्स0 पुच्छा। गोयमा! छ समुग्घाया पन्नता, तं जहा--वेयणासमुग्घाए जाव
[दीपरत्नसागर संशोधितः]
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[५-भगवई