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________________ सतं-१२, वग्गो- ,सत्तंसत्तं- , उद्देसो-१० आदिढे नोआया, तद्भयस्स आदिढे अवत्तव्वं0, देसे आदिढे सब्भावपज्जवे, देसे आदिठे असब्भावपज्जवे, एवं द्यगसंजोगे सव्वे पडंति। तियगसंजोगे एक्को ण पडइ। छप्पएसियस्स सव्वे पडंति। जहा छप्पएसिए एवं जाव अणंतपएसिए। सेवं भंते! सेवं भंते! ति जाव विहरति। *बारसमे सए पंचमो उहेसो समत्तो * ०-बारसमं सयं समत्तं-० ० मुनि दीपरत्नसागरेण संशोधितः सम्पादित्तश्च बारसमं सतं समत्तं . [] तेरसमं सयं [] [५६३] पुढवी देव मणंतर पुढवी आहारमेव उववाए। भासा कम अनगारे केयाघडिया समुग्घाए || 0 पढमो उद्देसो [५६४] रायगिहे जाव एवं वयासी-- कति णं भंते! पुढवीओ पन्नताओ? गोयमा! सत्त पुढवीओ पन्नताओ, तं जहा-रयणप्पभा जाव अहेसत्तमा। इमीसे णं भंते! रयणप्पभाए पुढवीए केवतिया निरयावाससयसहस्सा पन्नत्ता? गोयमा! तीसं निरयावाससयसहस्सा पन्नता। ते णं भंते! किं संखेज्जवित्थडा, असंखेज्जवित्थडा? गोयमा! संखेज्जवित्थडा वि, असंखेज्जवित्थडा वि। इमीसे णं भंते! रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए निरयावाससयसहस्सेस् संखेज्जवित्थडेसु नरएसु एगसमएणं केवतिया नेरइया उववज्जति?, केवतिया काउलेस्सा उववज्जति?, केवतिया कण्हपक्खिया उववज्जति?, केवतिया सुक्कपक्खिया उववज्जति?, केवतिया सन्नी उववज्जंति?, केवतिया असन्नी उववज्जति?, केवतिया भवसिद्धिया उववज्जति?, केवतिया अभवसिद्धिया उववज्जंति?, केवतिया आभिणिबोहियनाणी उववज्जंति?, केवतिया सुयनाणी उववज्जंति?, केवतिया ओहिनाणी उववज्जति?, केवतिया मतिअन्नाणी उववज्जति?, केवतिया सुयअन्नाणी उववज्जंति?, केवतिया विभंगनाणी उववज्जति?, केवतिया चक्खुदंसणी उववज्जंति?, केवतिया अचक्खुदंसणी उववज्जति?, केवतिया ओहिदंसणी उववज्जंति?, केवतिया आहारसण्णोवठत्ता उववज्जंति?, केवइया भयसण्णोवत्ता उववज्जति?, केवतिया मेहणसण्णोवत्ता उववज्जति?, केवतिया परिग्गहसण्णोवत्ता उववज्जंति?, केवतिया इत्थिवेदगा उववज्जंति?, केवतिया पुरिसवेदगा उववज्जति?, केवतिया नपुंसगवेदगा उववज्जति?, केवतिया कोहकसाई उववज्जंति?, जाव केवतिया लोभकसायी उववज्जंति?, केवतिया सोतिंदियोवउत्ता उववज्जंति?, जाव केवतिया फासिंदियोवठत्ता उववज्जति?, केवतिया नोइंदियोवत्ता उववज्जंति?, केवतिया मणजोगी उववज्जति?, केवतिया वइजोगी उववज्जंति?, केवतिया कायजोगी उववज्जति?, केवतिया सागारोवठत्ता उववज्जति?, केवतिया अणागारोवत्ता उववज्जंति? [दीपरत्नसागर संशोधितः] [277] [५-भगवई
SR No.003709
Book TitleAgam 05 Bhagavai Panchamam Angsuttam Mulam PDF File
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDipratnasagar, Deepratnasagar
PublisherDeepratnasagar
Publication Year2012
Total Pages565
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Agam 05, & agam_bhagwati
File Size5 MB
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