SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 247
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ सतं-११, वग्गो- ,सत्तंसत्तं- , उद्देसो-११ तए णं तस्स महब्बलस्स कुमारस्स अम्मा-पियरो अयमेयारूवं पीतिदाणं दलयंति, तं जहाअट्ठ हिरण्णकोडीओ, अट्ठ सुवण्णकोडीओ, अट्ठ मउडे मउडप्पवरे, अट्ठकुंडलजोए कुंडलजोयप्पवरे, अट्ठ हारे हारप्पवरे, अट्ठ अद्धहारे अद्धहारप्पवरे, अट्ठ एगावलीओ एगावलिप्पवराओ, एवं मुत्तावलीओ, एवं कणगावलीओ, एवं रयणावलीओ, अट्ठ कडगजोए कडगजोयप्पवरे, एवं तुडियजोए, अट्ठ खोमजुयलाई खोमजुयलप्पवराई, एवं वडगजुयलाइं, एवं पटाजुयलाई, एवं दुगुल्लजुयलाई, अट्ठ सिरीओ, अट्ठ हिरीओ; एवं धितीओ, कित्तीओ, बुद्धीओ, लच्छीओ; अट्ठ नंदाई, अट्ठ भद्दाइं, अट्ठ तले तलप्पवरे सव्वरयणामए णियगवरभवणकेऊ, अट्ठ झए झयप्पवरे, अट्ठ वए वयप्पवरे दसगोसाहस्सिएणं वएणं, अट्ठ नाडगाई नाडगप्पवराई बत्तीसइबद्धेणं नाइएणं, अट्ठ आसे आसप्पवरे सव्वरयणामए सिरिघरपडिरूवए, अठ्ठ हत्थी हत्थिप्पवरे सव्वरयणामए सिरिघरपडिरूवए, अट्ठ जाणाई जाणप्पवराई, अट्ठ जुंगाई जुंगप्पवराई, एवं सिबियाओ, एवं संदमाणियाओ, एवं गिल्लीओ, थिल्लीओ, अट्ठ वियडजाणाई वियडजाणप्पवराई, अट्ठ रहे पारिजाणिए, अट्ठ रहे संगामिए, अट्ठ आसे आसप्पवरे, अठ्ठ हत्थी हत्थिप्पवरे, अट्ठ गामे गामप्पवरे दसकुलसाहस्सिएणं गामेणं, अट्ठ दासे दासप्पवरे, एवं दासीओ, एवं किंकरे, एवं कंचुइज्जे, एवं वरिसधरे, एवं महत्तरए, अट्ठ सोवण्णिए ओलंबणदीवे, अट्ठ रुप्पामए ओलंबणदीवे, अट्ठ सुवण्णरुप्पामए ओलंबणदीवे, अट्ठ सोवण्णिए उक्कंपणदीवे, एवं चेव तिण्णि वि; अट्ठ सोवण्णिए पंजरदीवे, एवं चेव तिण्णि वि; अट्ठ सोवण्णिए थाले, अट्ठ रुप्पामए थाले, अट्ठ सुवण्ण-रुप्पामए थाले, अट्ठ सोवण्णियाओ पत्तीओ, अट्ठ रुप्पामयाओ पत्तीओ, अट्ठ सुवण्ण-रुप्पामयाओ पत्तीओ; अट्ठ सोवण्णियाइं थासगाई ३, अट्ठ सोवण्णियाई मल्लगाई ३, अट्ठ सोवण्णियाओ तलियाओ ३, अट्ठ सोवण्णियाओ कविचिआओ ३, अट्ठ सोवण्णिए अवएडए ३, अट्ठ सोवण्णियाओ अवयक्काओ ३, अट्ठ सोवण्णिए पायपीढए ३, अट्ठ सोवण्णियाओ भिसियाओ ३, अट्ठ सोवण्णियाओ करोडियाओ ३, अट्ठ सोवण्णिए पल्लंके ३, अट्ठ सोवण्णियाओ पडिसेज्जाओ ३, अट्ठ0 हंसासणाई ३, अट्ठ0 कोंचासणाई ३, एवं गरुलासणाई उन्नतासणाई पणतासणाई दीहासणाई भद्दासणाई पक्खासणाई मगरासणाई, अट्ठ0 पठमासणाई, अट्ठ0 उसभासणाई, अट्ठ0 दिसासोवत्थियासणाई, अट्ठ0 तेल्लसमुग्गे, जहा रायप्पसेणइज्जे जाव अट्ठ0 सरिसवसमुग्गे, अट्ठ खुज्जाओ जहा उववातिए जाव अट्ठ पारसीओ, अट्ठ छत्ते, अट्ठ छत्तधारीओ चेडीओ, अट्ठ चामराओ, अट्ठ चामरधारीओ चेडीओ, अट्ठ तालियो, अट्ठ तालियाधारीओ चेडीओ, अट्ठ करोडियाओ, अट्ठ करोडियाधारीओ चेडीओ, अट्ठ खीरधातीओ, जाव अट्ठ अंकधातीओ, अट्ठ अंगमद्दियाओ, अट्ठ उम्मद्दियाओ, अट्ठ पहावियाओ, अट्ठ पसाधियाओ, अट्ठ वण्णगपेसीओ, अट्ठ चुण्णगपेसीओ, अट्ठ कोडा (ड्डा)कारीओ, अट्ठ दवकारीओ, अट्ठ उवत्थाणियाओ, अट्ठ नाडइज्जाओ, अट्ठ कोडुबिणीओ, अट्ठ महाणसिणीओ, अट्ठ भंडागारिणीओ, अट्ठ अब्भाधारिणीओ, अट्ठ पुप्फवरिणीओ, अट्ठ पाणिधरिणीओ, अट्ठ बलिकारियाओ, अट्ठ सेज्जाकारीओ, अट्ठ अभिंतरियाओ पडिहारीओ, अट्ठ बाहिरियाओ पडिहारीओ, अट्ठ मालाकारीओ, अट्ठ पेसणकारीओ, अन्नं वा सुबहु हिरण्णं वा, सुवण्णं वा, कंसं वा, दूसं वा, विठलधणकणग जाव संतसावदेज्जं अलाहि जाव आसत्तमाओ कुलवंसाओ पकामं दाउं पकामं परिभोत्तुं पकामं परियाभाएगें। तए णं से महब्बले कुमारे एगमेगाए भज्जाए एगमेगं हिरण्णकोडिं दलयति, एगमेगं सुवण्णकोडिं दलयति, एगमेगं मठडं मउडप्पवरं दलयति, एवं तं चेव सव्वं जाव एगमेगं पेसणकारिं दलयति, [दीपरत्नसागर संशोधितः] [246] [५-भगवई
SR No.003709
Book TitleAgam 05 Bhagavai Panchamam Angsuttam Mulam PDF File
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDipratnasagar, Deepratnasagar
PublisherDeepratnasagar
Publication Year2012
Total Pages565
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Agam 05, & agam_bhagwati
File Size5 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy