________________
धम्मे णं अरहा दस वाससयसहस्साइं सव्वाउयं पालइत्ता सिद्धे जाव प्पहीणे
मी णं अरहा दस वाससहस्साइं सव्वाउयं पालइत्ता सिद्धे जाव प्पहीणे ।
पुरिससीहे णं वासुदेवे दस वाससयसहस्साइं सव्वाउयं पालइत्ता छट्टीए तमा पुढवी नेरइयत्ताए उववणे,
मी णं अरहा दस धणूइ उड्ढं उच्चत्तेणं दस य वाससयाइं सव्वाउयं पालइत्ता सिद्धे जाव
प्पहीणे ।
कण्हे णं वासुदेवे दस घणूई उड्ढं उच्चत्तेणं दस य वाससयाइं सव्वाउयं पालइत्ता तच्चाए वालुयप्पभाए पुढवीए नेरइयत्ताए उववण्णे ।
[९३१] दसविहा भवणवासी देवा पन्नत्ता तं जहा - असुरकुमारा जाव थणियकुमारा स णं दसविधाणं भवणवासीणं देवाणं दस चेइयरुक्खा पन्नत्ता ( तं जहा ) - ।
[९३२]
अस्सत्थ सत्तिवण्णे सामलि उंबर सिरीस दहिवण्णे । वंजुल - पलास-वग्घा त य कणियाररुक्खे || सोक्खे पन्नत्ता (तं जहा ) -
आरोग्ग दीहमाउं अड्ढेज्जं काम भोग संतोसे । अत्थि सुहभोग निक्खम्ममेव तत्तो अणावाहे ।।
[९३५] दसविधे उवघाते पन्नत्ता तं जहा- उग्गमोवघाते उप्पयणोवघाते एसणोवघाते परिकम्मोवघाते परिहरणोवघाते नाणोवघाते दंसणोवघाते चरित्तोवघाते अचियत्तोवघाते सारक्खणोवघाते, दसविधा विसोही पन्नत्ता तं जहा उग्गमविसोही उप्पायणविसोही जाव सारक्खणविसोही । [९३६] दसविधे संकिलेसे पन्नत्ता तं जहा उवहिसंकिलेसे उवस्सयसंकिलेसे कसायसंकिले से भत्तपाणसंकिलेसे मणसंकिलेसे वइसंकिलेसे कायसंकिलेसे नाणसंकिलेसे दसणसंकिलेसे चरित्तसंकिलेसे । दसविहे असंकिलेसे पन्नत्ता तं जहा- उवहिअसंकिलेसे जाव चरित्तअसंकिलेसे ।
ठाणं- १०
[ ९३३] दसविधे
[९३४]
[९३७] दसविधे बले पन्नत्ता तं जहा- सोतिंदियबले जाव फांसिदियबले नाणबले दंसणबले चरित्तबले तवबले वीरियबले ।
[९३८] दसविहे सच्चे पन्नत्ता (तं जहा)
[९३९] जणवय सम्मय ठवणा नामे रूवे पडुच्चसच्चे य । ववहार भाव जोगे दसमे ओवम्मसच्चे य ||
[ ९४०] दसविधे मोसे पन्नत्ता (तं जहा ) -
[९४१]
कोधे माने माया लोभे पिज्जे तहेव दोसे य । हास मए अक्खाइय उवधात निस्सिते दसमे ॥ [९४२] दसविधे सच्चामोसे पन्नत्ता तं जहा- उप्पन्नमीसए विगतमीस उप्पन्नविगतमीसए जीवमीसए अजीवमीसए जीवाजीवमीसए अनंतमीसए परित्तमीसए अद्धामीसए अद्धद्धामीसए ।
[ मुनि दीपरत्नसागर संशोधितः ]
[133]
[ ३-ठाणं]