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प्रकाशकीय
पिछले ३० वर्षों से हमारी संस्था २५वीं महावीर निर्वाण शताब्दी संयोजिका समिति, पंजाब के नाम से काम करती थीं, अब वही संस्था २६वीं महावीर जन्म कल्याणक शताब्दी संयोजिका समिति, पंजाब के रूप में सारे पंजाब में जैनधर्म का प्रचार कर रही है। अब तो पंजाबी जैन साहित्य पर ५० ग्रन्थ प्रकाशित हो चुके हैं। भविष्य में यह प्रचार का कार्य अभी तक चालू है।
जिनशासन प्रभाविका साध्वी जैन ज्योति श्री स्वर्णकान्ता जी म. इस संस्था की संस्थापक प्रेरिका हैं । यह समिति जैन एकता, शाकाहार व जैन संस्कृति की रक्षा के लिए समर्पित संस्था है। समिति की प्रेरणा से पंजाबी विश्वविद्यालय में जैन चेयर की स्थापना हुई। वहाँ समिति व साध्वी जी दोनों ने विपुल मात्रा में जैन साहित्य पहुँचाया । इण्टरनेशनल पार्वती जैन अवार्ड, इण्टरनेशनल भगवान महावीर शाकाहार अवार्ड, आचार्य श्री आत्माराम भाषण माला आदिश्वर धाम कुप्पकला में साध्वी श्री स्वर्णा जैन पुस्तकालय की स्थापना समिति की प्रमुख देन है ।
आजकल गुरुणी साध्वी स्वर्णा जी म. के अस्वस्थ रहने के कारण उनकी प्रमुख शिष्याओं ने यह काम अपने हाथों में उठाया है। हर रोज गुरुणी जी की सेवा, धर्म-प्रचार दोनों कार्य साथ-साथ चलते हैं। उन्हीं की प्रमुख शिष्या शान्त मुद्रा, गुप्त तपस्विनी साध्वी राजकुमारी जी व साध्वी सुधा जी हैं। साध्वी राजकुमारी जी के आशीर्वाद से यह कार्य इस समिति के लेखकद्वय के हाथों सम्पन्न हुआ। प्रभु महावीर के २६०० साला जन्मदिन पर हमारी संस्था की ओर से यह तुच्छ भेंट प्रभु महावीर के चरणों में समर्पित है। समितिका प्रमुख कार्य तो पंजाबी भाषा के अन्दर धर्म-प्रचार का रहा है। पर लम्बे समय से प्रभु महावीर का सर्वमान्य हिन्दी जीवन-चरित्र विद्वानों के लिए कमी को पूरा करेगा । विद्वत् वर्ग हमारे प्रकाशन को सम्मान देगा।
संस्था साध्वी सुधा जी (प्रेरिका) व समस्त गुरु भक्तों का प्रकाशन सहयोग के लिए धन्यवाद करती है और भविष्य में सहयोग की आशा करती है।
३१.३.१९९९ मण्डी गोविन्दगढ़
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संयोजक
- पुरुषोत्तम जैन
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