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जा आठवें दृश्य में अंतिम छोर पर एक राजकीय दृश्य प्रतीत होता है। राजा के साथ उसके दो अनुचर भी हैं। उन में से एक अनुचर छाता पकड़े हुए है जौर दूसरा हाथ जोड़े खड़ा है। कुछ दूरी पर दो महिलायें खड़ी हुई हैं। वे भेंट स्वरूप अर्घ लिये हुए हैं। एक महिला के सिर पर थाली रखे हुए और दूसरी फूल लिए हुए है। घुटना झुकाये हुए दो आकृतियाँ चित्रित की गई हैं। उन में से एक के सिर के चारों ओर तंतुबंध टुकडा घूमता रहता है। आगे दृश्य समूह के प्रारम्भ में एक व्यक्ति दूसरे के चरणों को पकड़े हुए है। उसके मस्तक पर राजकीय सूचक पगड़ी आदि नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि अपने पैरों की पूजा कराने वाले ने समर्पण स्वीकार करलिया है। यह दृश्य मगध नरेश का सम्राट खारवेल के समक्ष आत्म समर्पण करने का प्रतीक है।
अंन्तिम उपखण्ड में विजय यात्रा से वापिस आसे हुए राजा खारवेल के स्वागत करते हुए दिखाया गया है। सौभाग्यवती महिलायें कलस लेकर कतार में खड़ी हुई हैं। क्रमश: उन के चरण प्रक्षालितकर उनका अभिनन्दन कर रही हैं।
___ खारवेल के चरण प्रक्षालित करती हुईं और मंगल कलस लिये हुए सौभाग्यवती महिलाएँ ऊपरी मंजिल : रानी गुम्फा की ऊपरी मंजिल निचली मंजिल के ठीक ऊपर न हो कर इसके कुछ पीछे स्थित है। निचली मंजिल के कमरों की छत, ऊपरी
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