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विश्व भाषाओं को लिपि-संख्या
"त्रिषष्ठिः चतुष्षष्ठिर्वा वर्णा शम्भुमते मताः । प्राकृते संस्कृते चैव स्वयं प्रोक्ता स्वयंभुवः ॥"
लिपि - तालिका
१. प्राकृत
२. संस्कृत
३. उर्दू
४. रूसी
५. अपभ्रंश
६. हिन्दी ७. फारसी
८. अरबी
९. तुर्की
१०. स्पेनी
११. लेटिन
१२. जर्मनी
१३. फ्रांसीसी
१४. ग्रीक
१२८
१५. इटालियन
१७. चीनी
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मूलवर्ण
६४
६३
३६.
३६
३४
४५
३२
२८
२८
२८
२६
२६
२५
२४
२०
२१४
पाणिनीय शिक्षा ३
इसके अतिरिक्त एक - एक देश में प्रान्तों के हिसाब से विभिन्न भाषाएँ हैं, जैसे भारत में बंगला, तमिल, उड़िया, तैलगु, मराठी, कन्नड़ आदि ।
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