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मूर्तियां हैं। सभी योगासन में हैं और पार्श्वनाथ की कायोत्सर्ग मुद्रा में एक मूर्ति भी है। सभी तीर्थकरों के नीचे उनकी शासन देवियों की प्रतिमाएं भी उत्कीर्णित हुई हैं। पाठकों की जानकारी के लिये सभी तीर्थङ्कर और शासन देवियों के नाम प्रदत्त है।
१.
३.
४.
५.
६.
७.
८.
तीर्थङ्कर
ऋषभनाथ
अजितनाथ
सम्भवनाथ
अभिनंदननाथ
सुमतिनाथ
पद्मप्रभ
सुपार्श्वनाथ
चंद्रप्रभ
९.
सुविधिनाथ
[ पुष्पदंत]
१०. शीतलनाथ
११.
श्रेयांशनाथ
१२. वसुपूज्य १३. विमलनाथ
१४. अनंतनाथ
१५.
धर्मनाथ
१६. शांतिनाथ
१७. कुंथनाथ
१८. अरनाथ
१९. मल्लीनाथ २०. मुनिसुव्रत
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वृषभ
हस्ती
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मर्कट
सारस
पद्म
स्वस्तिक
चंद्र
मगर
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गंड़क
महिष
बराह
शैन
बज्र
हिरन
छाग
नंद्यावर्त
कलस
कच्छप
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चक्रेश्वरी
रोहिणी
प्रज्ञप्ति
बज्रश्रृंखला
पुरुषदत्ता
मनोवेगा
काली
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महाकाली
मानवी
गौरी
गांधारी
वैरोटी
अनंतमती
मानसी
महामानसी
जया [विजया]
तारा
अपराजिता
बहुरूपिणी
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