________________
२४६
अणुओगदाराई
इस प्रकार अधोलोक का आकार समलम्ब चतुर्भुजाधार सम पार्श्व के सदृश होता है, जिसकी ऊंचाई ७ रज्जु, चौड़ाई सर्वत्र ७ रज्जु और लम्बाई नीचे आधार पर ७ रज्जु और ऊपर १ रज्जु है । (देखें चित्र नं. २,३) इस प्रकार के आकार वाले घन का घनफल निकालने के लिए पहले समलम्ब चतुर्भुज का क्षेत्रफल निकालकर, उसका ऊंचाई से गुणन करना चाहिए।
---
-
-----
-
चित्र नं०२
-
७
चित्र नं. ३
समलम्ब चतुर्भुज का क्षेत्रफल-दो सामानान्तर भुजाओं की लम्बाई क्रमशः ७ रज्जु है और लम्ब की लम्बाई ७ रज्जू है। (देखें चित्र नं. ४) अतः क्षेत्रफल ={३ (७+१)४७} = २८ वर्ग रज्जु । इसलिए घनफल=२८४७-१९६ घन रज्जु इस प्रकार अधोलोक का घनफल १९६ घन रज्जु है ।
-
७
चित्र नं. ४
Jain Education Intemational
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org