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________________ आनुपूर्वी आनुपूर्वी है असंख्य १. तीन समय की स्थिति याला पुद्गल आनुपूर्वी से क्रमशः असंख्य समय स्थिति वाला आनुपूर्वी २. एक समय की स्थिति वाला पुद्गल अनानुपूर्वी ३. वो समय की स्थिति वाला पुद्गल अवक्तव्य ४. अनेक आनुपूर्वियां ५ अनेक अनानुपूर्वियां ६. अनेक अवक्तव्य छब्बीस प्रकार उपरोक्त छब्बीस प्रकारों को उदाहरण से दिग्दर्शन । आनुपूर्वी का आनुपूर्वी में, अनानुपूर्वी का अनानुपूर्वी में और अवक्तव्य का समावेश अवक्तय में होता है। नौ सत्पदप्ररूपण से" -अल्पबहुत्व तक । संख्यातवें, असंख्यातवें, अनेक संख्यातयें, अनेक असंख्यातवें, कुछ न्यून लोक में सर्वलोक में संख्यातवें, असंख्यातवें, अनेक संख्यातयें, अनेक असंख्यातवें, कुछ न्यून लोक का सर्वलोक का जघन्य तीन समय उत्कृष्ट - असंख्यकाल | सर्व काल जघन्य- एक समय उत्कृष्ट-दो समय अन्तर नहीं अनेक असंख्य भागों में सादि पारिणामिक असंख्यात गुणा अधिक असंख्यात गुणा अधिक Jain Education International अनानुपूर्वी है असंख्य आनुपूर्वी के तुल्य सर्वलोक में आनुपूर्वी के तुल्य सर्वलोक का एक समय सर्व काल ज. दो समय उ. असंख्य काल अन्तर नहीं असंख्यातवें भाग में सादि पारिणामिक विशेषाधिक सब से कम अवयतव्य 弯 असंख्य आनुपूर्वी केल्य सर्वलोक में आनुपूर्वी तु सर्वलोक का दो समय सर्व काल ज. एक समय उ. असंख्य काल अन्तर नहीं असंख्यातवें भाग में सादि पारिणामिक सब से कम विशेषाधिक सात प्रकार उपरोक्त सात प्रकारों का उदाहरण से दिग्दर्शन । आनुपूर्वीका आनुपूर्वी में अनुपूर्वीका अनापूर्वी में और अवक्तव्य का समावेश अवक्तव्य में होता है। आठ; सत्पदप्ररूपण से -भाव तक । आनुपूर्वी अनानुपूर्वी है एक राशि सर्वलोक में सर्वलोक का सर्वकाल अन्तर नहीं तीसरे भाग में सादि पारिणामिक संग्रह नय से विचार द्रव्यानुपूर्वी क्षेत्रानुपूर्वी कालानुपूर्वी आनुपूर्वी अनानुपूर्वी अवक्तव्य For Private & Personal Use Only एक राशि सर्वलाक में सर्वलोक का सर्वकाल अन्तर नहीं तीसरे भाग में सादि पारिणामिक अवक्तव्य एक राशि सर्वलोक में सर्वलोक का सर्वकाल अन्तर नहीं तीसरे भाग में सादि पारिणामिक www.jainelibrary.org
SR No.003627
Book TitleAgam 32 Chulika 02 Anuyogdwar Sutra Anuogdaraim Terapanth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1996
Total Pages470
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_anuyogdwar
File Size24 MB
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