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सातवां प्रकरण : सूत्र २५४-२६० २४. अविससिए अजीवदब्वे, विसे- २४. अविशेषितम् अजीवद्रव्यं, विशे- सिए धम्मत्थिकाए अधम्मत्थि- षितं धर्मास्तिकाय: अधर्मास्तिकाए आगासस्थिकाए पोग्गल
कायः आकाशास्तिकायः पुद्त्थिकाए अद्धासमए य।
गलास्तिकाय: अध्वासमयश्च ।
२४. अजीव द्रव्य अविशेषित नाम है। धर्मा
स्तिकाय, अधर्मास्तिकाय, आकाशास्तिकाय, पुद्गलास्तिकाय और अध्वासमय विशेषित नाम है।
२५. अविसेसिए पोग्गलत्थिकाए, २५. अविशेषितं पुद्गलास्तिकायः,
विसेसिए परमाणुपोग्गले दुपए- विशेषितं परमाणुपुद्गलः द्विप्रदेसिए तिपएसिए जाव अणंत- शिक: त्रिप्रदेशिकः यावद् अनन्तपएसिए य । से तं दुनामे। प्रदेशिकश्च । तदेतद् द्विनाम ।
२५. पुद्गलास्तिकाय अविशेषित नाम है।
परमाणुपुद्गल, द्विप्रदेशिक, त्रिप्रदेशिक यावत् अनन्तप्रदेशिक स्कन्ध विशेषित नाम है । वह द्विनाम है।
तिनाम-पदं
त्रिनाम-पदम् २५५. से कि तं तिनामे ? तिनामे अथ किं तत् त्रिनाम ? त्रिनाम
तिविहे पण्णत्ते, तं जहा-दव्वनामे त्रिविधं प्रज्ञप्तं तद्यथा-द्रव्यनाम गुणनामे पज्जवनामे ॥
गुणनाम पर्यवनाम।
त्रिनाम-पद २५५. वह त्रिनाम क्या है ?
त्रिनाम के तीन प्रकार प्रज्ञप्त हैं जैसेद्रव्य नाम, गुण नाम और पर्याय नाम ।
२५६. से कि तं दध्वनामे ? दब्वनामे अथ किं तद् द्रव्यनाम? द्रव्य-
छविहे पण्णत्ते, तं जहा-धम्म- नाम षड्विधं प्रज्ञप्तं, तद्यथा-धर्मात्थिकाए अधम्मत्थिकाए आगास- स्तिकायः अधर्मास्तिकाय: आकाशास्थिकाए जीवस्थिकाए पोग्गल- स्तिकायः जीवास्तिकायः पुद्गलात्थिकाए अद्धासमए। से तं दब्व- स्तिकाय: अध्वासमयः। तदेतद् नामे ॥
द्रव्यनाम ।
२५६. वह द्रव्य नाम क्या है ?
द्रव्य नाम के छह प्रकार प्रज्ञप्त हैं, जैसेधर्मास्तिकाय, अधर्मास्तिकाय, आकाशास्तिकाय, जीवास्तिकाय, पुद्गल।स्तिकाय और अध्वासमय । वह द्रव्य नाम है।
२५७. से कि तं गुणनामे ? गुणनामे अथ कि तद् गुणनाम? गुणनाम
पंचविहे पण्णते, तं जहा-वण्ण- पञ्चविधं प्रज्ञप्तं, तद्यथा-वर्णनाम नामे गंधनामे रसनामे फासनामे गंधनाम रसनाम स्पर्शनाम संस्थानसंठाणनामे॥
नाम ।
२५७. बह गुण नाम क्या है ?
गुण नाम के पांच प्रकार प्रज्ञप्त हैं, जैसेवर्ण नाम, गन्ध नाम, रस नाम, स्पर्श नाम और संस्थान नाम।
२५८. से कि तं वण्णनामे ? वणनामे अथ किं तद् वर्णनाम? वर्णनाम
पंचविहे पण्णत्ते, तं जहा-काल- पञ्चविधं प्रज्ञप्तं, तद्यथा कालवर्णवण्णनामे नीलवण्णनामे लोहिय- नाम नीलवर्णनाम लोहितवर्णनाम वण्णनामे हालिहवण्णनामे सूक्किल- हारिद्रवर्णनाम शुक्लवर्णनाम । तदेतद् वण्णनामे । से तं वण्णनामे ॥ वर्णनाम ।
२५८. वह वर्ण नाम क्या है ?
वर्ण नाम के पांच प्रकार प्रज्ञप्त हैं, जैसेकृष्णवर्ण नाम, नीलवर्ण नाम, रक्तवर्ण नाम, पीतवर्ण नाम और श्वेतवर्ण नाम । वह वर्णनाम है।
२५९. वह गन्ध नाम क्या है ?
गन्ध नाम के दो प्रकार प्रज्ञप्त हैं, जैसेसुरभिगन्ध नाम और दुर्गन्ध नाम । वह गन्ध नाम है।
२५६.से कि तं गंधनामे ? गंधनामे अथ कि तद् गंधनाम ? गंधनाम
विहे पण्णत्ते, तं जहा सुब्भि- द्विविधं प्रज्ञप्तं, तद्यथा-सुरभिगंधगंधनामे य दुब्भिगंधनामे य। से नाम च दुरभिगंधनाम च। तदेतद् तं गंधनामे॥
गंधनाम । २६०. से कि तं रसनामे ? रसनामे
अथ किं तद् रसनाम ? रस- पंचविहे पण्णत्ते, तं जहा--तित्त- नाम पञ्चविधं प्रज्ञप्तं, तद्यथारसनामे कडुयरसनामे कसायरस- तिक्तरसनाम कटकरसनाम कषायरसनामे अंबिलरसनामे महररसनामे। नाम अम्लरसनाम मधुररसनाम। से तं रसनामे ॥
तदेतद् रसनाम।
२६०. बह रस नाम क्या है ?
रस नाम के पांच प्रकार प्रज्ञप्त हैं, जैसेतिक्तरस नाम, कटुकरस नाम, कषायरस नाम, अम्लरस नाम और मधुररस नाम वह रस नाम है।
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