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________________ ३६. क्रोधकषायी में ३७. मानकषायी में ३८. मायाकषायी में ३९ लोभकषायी में ४०. अकषायी में ४१. सजोगी में ४२. मनजोगी में ४३. वचनजोगी में ४४. कायजोगी में ४५. अजोगी में ४६. सागारोवउत्ता में ४७. अनागा रोवउत्ता में १. समुच्चय नारकी में २. सलेशी नारकी में ३. कृष्ण लेशी नारकी में ४. नीललेशी नारकी में ५. कापोतलेशी नारकी में ६. कृष्णपाक्षिक में पाक्षिक में ७. ८. समदृष्टि में ९. मियादृष्टि में १०. मिश्र दृष्टि में ११. सनी में १२. मतिनाणी में १३. नाणी में १४. अवधिनाणी में १५. अनाणी में १६. मतिअनाणी में १७. श्रुतअनाणी में १८. विभंगअनाणी में १९. आहारता में २०. भयसण्णोवउत्ता में २१. मेनसोउत्ता में २२. परिग्रहसण्णोवउत्ता में २३. सवेदी में २४. नपुंसक वेदी में २५. सकषायी में २६. क्रोधकषायी में २७. मानकषायी में २८. मायाकषायी में २९. लोभकपायी में ३०. सजोगी में ३१. मनजोगी में ३२. वचनजोगी में ३३. कायजोगी में ३४. सागारोवउत्ता में ३५. अनागारोवत्ता में Jain Education International भंग १ ४ * २ २ २ २ २ २ २ २ १ बंधी बंधइ बंधि स्सइ २ पार्व पाव पार्व नहीं पाव पार्व पार्व नहीं पार्व यावे पार्व २ बंधी बंधइ नबंधि स्सइ पार्व पार्न पार्व पार्व नहीं पाव पार्व पार्व नारकी में ३५ बोल पावै २ पाव पाव नहीं पार्थ पाव नहीं पार्व पाव नहीं पार्व नहीं पाव नहीं नहीं पाव पा पार्व पार्व नहीं पार्व पाव नहीं पाव पार्व नहीं पाव पाव नहीं पाव पार्व नहीं पार्व पाव नहीं पार्व पार्व नहीं पार्व पाव नहीं पार्व पाव नहीं पाव पाव नहीं पार्व पार्व पार्व पार्व २ पार्व २ पार्व २ पार्व पार्व पार्व पाव पार्व पा नहीं पाव पार्व पार्व पाव ३ बंधी बंधो न बंधइ | न बंधइ बंधि नबंधि स्सइ स्सइ नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं पार्व पाव नहीं पाव नहीं पार्व पार्व पाव पाव पार्व नहीं पाव पार्व पार्व पार्व पार्व पार्व पार्व पाव पाव पाव नहीं पार्व पार्व पाव पार्व पार्व पार्व पार्व नहीं पाव पार्व पार्व पार्व पार्व पार्व पार्व पाव पाव नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं 楚楚楚楚楚楚楚楚楚楚楚楚楚楚楚楚楚楚楚港制造制控制制的 नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं पाव नहीं पार्व नहीं पार्व नहीं पार्व नहीं पाव नहीं नहीं पाव पाव नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं पाव नहीं नहीं पाव नहीं पाव नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003623
Book TitleBhagavati Jod 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year
Total Pages498
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size24 MB
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