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कुरबानी अथवाउदाको
फल करे लगे दो कोयनेनिकलकर कमा थप डिसीएए स्मृते याती या जो गति संसी नोजी श्री मकारने का मन का
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या मनोगमाया रोजी ते तिसलीमा उत्तरवैजरोजी यो करिनी तास निरोधी जी सामना नहीं घादिलो सखाराम न मे ये दिन ये याद में प्रायः
करे कदीर खामी न थामनकिरीकरिए काया ध्यान दिय पादित एक ताजी ने रुपाते करदरा पदक से वेद जापानिय स्थदिवासी या जोगन बाजी प्रतिलीजा रगत स्वारजे तानि रुजी कलम भोग नवाबाजीरावचनेनी कदीरणा दिवाकरज्ञामविनयनोद विनय दा के चार नियमनका निर्मली जीत शिष्ट एका करी एक तारूप जेला बोजी करिर्वजेोग बचे कार्यदिन यना विनय लोक उपचार की म्यान विनय ज्ञानवि बोजी- दिवे का यम डिसलीए या किसी पडिली एते दोजी पाँ नयना दाव्या कारखाना के ला परेकि रिजेदोजी वृलियंतरकरीतिको प्रति विनय २० रमादानका दि मी करा पिनितिक २५ गनासो जीत द्रिकापमान दृष्टिताना दिए कमरे म सीता जी पूर्वी सोलीमा सीम सोनकर सतपजेमिनी जे समष्टि कम लामता जोगनी दलिए दो जा यारखी प्रतिसंसी न त एती सदक है जो अज्ञानता ग्रामरे नयसास ते द करेति तामरे या विविविक्तसय मास नोजी ए सेवक दीदिवे सोनम मोजीम तक ही दर्शा दिन यस द्वारा दर्शनया
बन जाएंी जीते है आराम के दीये जे विषैली जीरा २ ज सेवा दाग र दान करे सा महासमुदायो जाति शान की जाये नियोनी निमसोमल दिदा विनयना के सामने प्रकार करवान एक बात कर मामा जी दशम देश विखारोमिक दिवायोजन कायदे जनावरम से दो धारा भी कारक विचरतोजी जावरा में पा उजे जाये तो जी दापातक दिवाय मारा किती कर्म कहियरे की बंदन कार्यक जाबाद में जाए देवलदे हरा दिये सन्तापदिनारे वैसे जनवादी मी बरे दा मस्ती का मृत दो संगीत एली कभी
जाना जामी वर्षका या समरे पानी मे
4915 गजीन जयाकार्य
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(खण्ड-७)
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