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________________ हिवं नवम विकल्प हिवरल पंक थी एकेक विकल्प करि ३ भांगा, ते किसा? रहा पंक धूम थी २, रत्न पंक तम थी १-एवं ३ । तिहां रत्न पंक धम थी २ भांगा प्रथम विकल्प करि कहै छ २ रल, २ पंक, १ धूम, १ तम १६१ १ १ रत्न, १ पंक, १ धूम, ३ तम । १७८ ३ २ रत्न, २ पंक, १ धूम, १ सप्तमी १ रस, १ पंक, १ धूम, ३ सप्तमी हिवं दशम विकल्प हिवै द्वितीय विकल्प १७६ ३ रत्न, १ पंक, १ धूग, १ तन १ रत्न, १ पंक, २ धूम, २ तम १८० २ ३ रत्न, १ पंक, १ धूम, १ सप्तमी १ रत्न, १ पंक, २ धूम, २ सप्तमी हिवै रत्न पंक तम थी १ भांगो प्रथम विकल्प करि कहै छ हिवै तृतीय विकल १ रत्न, २ पंक, १ धूम, २ तम १८१ १ १ रत्न, १ पंक, १ तम, ३ सप्तमी हिवं द्वितीय विकल्प १ रत्न, २ पंक, १ धूम, २ सप्लमों हिवं चतुर्थ विकल्प १८२ | १ १ रत्न, १ पंक, २ तम, २ सप्तमी हिवै तृतीय विकल्प । २ रत्न, १ पंक, १ धूम, २ तम १८३ | १ रत्त, २ पंक, १ तम, २ सप्तमी २ २ रत्न, १ पंक, १ धूम, २ सप्तमी हिवै पंचम विकल्प हिवं चतुर्थ विकल्प १८४ | २ रत्न, १ पंक, १ तम, २ सप्तमी रत्न, १ पंक, ३ धूम, १ तम हिवै पंचम विकल्प १७० २ १ रत्न, १ पंक, ३ धूम, १ सप्तमी १८५ १ १ रत्न, १ पंक, ३ तम, १ सप्तमी हिवं षष्ठ विकल्प हिवै षष्ठ विकल्प १८६ १ रत्न, २ पंक, २ तम, १ सप्तमी १७१ | १ १ रत्न, २ पंक, २ धूम, १ तम १७२ | २ | १ रत्न, २ पंक, २ धूम, १ सप्तमी हिवं सप्तम विकल्प हिवै सप्तम विकल्प १८७ रत्त, १ पंक, २ तन, १ सप्तनी १५ ३ हिवै अष्टम विकल्प २ रत्न, १ पंक, २ धूम, १ तम १७४ | २ | २ रत्न, १ पंक, २ धूम, १ सप्तमी हिवै अष्टम विकल्प १७५ | १ | १ रत्न, ३ पंक, १ धूम, १ तम १ रत्न, ३ पंक, १ धूम, १ सप्तमी १८८ । १ १ रत्न, ३ पंक, १ तम, १ सप्तमी हिवै नवम विकल्प ८६ २ रन, २ पंक, १ तम, मनमी १५० भगवती-जोड़ Jain Education Intemational For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003619
Book TitleBhagavati Jod 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1990
Total Pages490
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size14 MB
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