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________________ हिवै द्वितीय विकल्पे २ भांगा हिवै दशम विकल्पे २ भांगा १ रत्न, १ वालु, २ धूम, २ तम १४६ १ ३ रत्न, १ वालु, १ धूम, १ तम १५० १३४ | २ | १ रत्न, १ वालु, २ धूम, २ सप्तमी ३ रत्न, १ वालु, १ धूम, १ सप्तमी हिवं रत्न वालुक तम थी १ भांगो प्रथम विकल्प करि कहै छै हिवं तृतीय विकल्पे २ भांगा १३५ १ १ रत्न, २ वालु, १ धूम, २ तम। १५१ | १ १ रत्न, १ वालु, १ तम, ३ सप्तमी द्वितीय विकल्पे १ भांगो १३६ | २ | १ रत्न, २ वालु, १ धूम, २ सप्तमी हिवै चतुर्थ विकल्पे २ भांगा १५२ | १ | १ रत्न, १ वाल, २ तम, २ सप्तमी ३ | २ रत्न, १ वालु, १ धूम, २ तम तृतीय विकल्पे १ भांगो १५३ | ११ रत्न, २ वालु, १ तम, २ सप्तमी चतुर्थ विकल्पे १ भांगो १३८ | २ | २ रत्न, १ वालु, १ धूम, २ सप्तमी हिवै पंचम विकल्पे २ भांगा १३६ | १ | १ रत्न, १ वालु, ३ धूम, १ तम १४० - २ | १ रत्न, १ वालु, ३ धूम, १ सप्तमी हिवै षष्ठ विकल्पे २ भांगा १५४ १ २ रत्न, १ वालु, १ तम, २ सप्तमी पंचम विकल्पे १ भांगो १ रत्न, १ वालु, ३ तम, १ सप्तमी १ रत्न, २ वालु, २ धूम, १ तम हिवै षष्ठ विकल्पे १ भांगो १५६ १ १ रत्न, २ वालु, २ तम, १ सप्तमी १ रत्न, २ वालु, २ धूम, १ सप्तमी हिव सप्तम विकल्पे २ भांगा हिवै सप्तम विकल्पे १ भांगो २ रत्न, १ वालु, २ धूम, १ तम १५७ २ रत्न, १ वालु, २ तम, १ सप्तमी २ रत्न, १ वालु, २ धूम, १ सप्तमी हिवै अष्टम विकल्पे २ भांगा हिवं अष्टम विकल्पे १ भांगो १५८ | १ | १ रत्न, ३ वालु, १ तम, १ सप्तमी हिवै नवम विकल्पे १ भांगो १४५ १ रत्न, ३ बालु, १ धूम, १ तम १४६ | २ | १ रत्न, ३ वालु, १ धूम, १ सप्तमी र, २ वालु, १ तम, १ सप्तमी हिवै नवम विकल्पे २ भांगा हिवं दशम विकल्पे १ भांगो १४७ २ रत्न, २ वालु, १ धूम, १ तम १६० ३ रन, १ वालु, १ तम, १ सप्तमी २ २ रत्न, २ वालु, १ धूम १ सप्तमी ए रत्न वालुक थी ६ भांगा दश विकल्प करि ६० भांगा कह्या । श० ६, उ० ३२, ढाल १८३ १४६ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003619
Book TitleBhagavati Jod 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1990
Total Pages490
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size14 MB
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