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________________ १२२. अथवा त्रिण वालुक वे घूमा, एक तमा कहिवाय । अथवा त्रिण वालुक बे धूमा, एक सप्तमी जाय ॥ १२३. अथवा चिउं वालुक इक धूमा, एक तमा में पेख । अथवा चिउं वालुक इक धूमा, एक सप्तमी लेख | ए वालु धूम थी २ भांगा दश विकल्प करि २० भांगा कह्या । हिवै वालुक तम थी १ भांगो दश विकल्प करि १० भांगा कहै छे अथवा इक वालू बेतमा १२५. अथवा बे वालु इक तमा, अथवा इक वालू त्रिण तमा, १२६. अथवा बे वालू बे तमा, दोय १२४. अथवा इक वालुक इक तमा, च्यार तमतमा जंत । तीन तमतमा हुंत ॥ तीन तमतमा मांय । दोय तमतमा पाय || तमतमा मांय । तमतमा जाय ॥ एक तमतमा होय । एक तमतमा जोय । एक तमतमा पेख । एक सप्तमी लेख | अथवा त्रिण वालू इक तमा, दोय १२७. अथवा इक वालू चिउं तमा, अथवा बे वालू त्रिण तमा, १२८. अथवा त्रिण वलू बे तमा, अथवा चिहुं वालू इक तमा, ए वालु तम थी १ भांगो दश विकल्प करि १० भांगा कह्या । एवं वालुक थी ६ भांगा दश विकल्प करि ६० भांगा कह्या । हि पंक थी ३ भांगा, ते किसा ? पंक धूम थी २, पंक तम थी १ तिहां पंक धूम थी २ भांगा दश विकल्प करि २० भांगा कहै छै - १२६. अथवा एक पंक इक धूमा, च्यार तमा उपजंत । अथवा एक पंक इक धूमा, प्यार तमतमा हुंत ॥ १३०. अथवा एक पंक बे धूमा, तीन तमा दुख पाय । अथवा एक पंक बे धूमा, तीन तमतमा जाय ॥ १२१. अथवा दो पंक इक घूमा तीन तमा अवलोय । अथवा दोय पंक इक धूमा, तीन तमतमा जोय ॥ १३२. अथवा एक पंक त्रिण धूमा, दोय तमा दुखरास । अथवा एक पंक त्रिण धूमा, दोय तमतमा तास ॥ १३३. अथवा दोन पंक वे धूमा, दोय तमा दुखधाम । अथवा दोय पंक बे धूमा, दोय तमतमा पाम ।। १३४. अथवा त्रिण पंके इक धूमा, अथवा त्रिण पंके इक धूमा, १३५. अथवा एक पंक चिउं धूमा, अथवा एक पंक चिउं धूमा, १३६. अथवा दोय पंक त्रिण धूमा, अथवा दोय पंक त्रिण धूमा, १३७. अथवा तीन पंक वे धूमा, अथवा तीन पंक बे धूमा, १३८. अथवा च्यार पंक इक धूमा, अथवा च्यार पंक इक धूमा, ए पंक दोय तमा दुखरास । दोय तमतमा तास । एक तमा पहिछान । एक तमतमा जान ॥ एक तमा में पेख । एक तमतमा लेख || एक तमा कहिवाय । एक सप्तमी जाय ॥ एक तमा अघखान । एक तमतमा जान ॥ धूम थी २ भांगा दश विकल्प करि २० भांगा कह्या । Jain Education International For Private & Personal Use Only श० ६, उ० ३२, ढाल १८२ १२१ www.jainelibrary.org
SR No.003619
Book TitleBhagavati Jod 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1990
Total Pages490
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size14 MB
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