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________________ हिव सक्कर पंक धूम थी २ भांगा दूर्ज विकल करि कहै छ १ सक्कर, १ पंक, २ धूम, १ तम २ १ सक्कर, १ पंक, २ धूप १ तमतमा हि सक्कर पंक धूम थी २ भांगा तृतीय विकल्प करि कहै छँ १०६ १ सक्कर, २ पंक, १ धूम, १ तम १०७ १०८ ११० १ सक्कर, २ पंक, १ धूम, १ तमतमा हि सक्कर पंक धूम थी २ भांगा चउथे विकल्प करि कहै छँ १ २ सक्कर, १ पंक, १ धूम, १ तम २ २ सक्कर, १ पंक, १ धूम, १ तमतमा हि सक्कर पंक तम थी १ भांगो प्रथम विकल्प करि कहै छँ ११३ १ सक्कर, १ पंक, १ तम, २ तमतमा हिवै सक्कर पंक तम थी १ भांगो द्वितीय विकल्प करि कहे छे १११ ११२ १ ११५ १ ११८ २ ११४ १ १ सक्कर, १ पंक, २ तम, १ तमतमा हि सक्कर पंक तन थी १ भांगो तृतीय विकल्प करि कहै है १ १ सक्कर, २ पंक, १ तम, १ तमतमा हि सक्कर पंक तम थी १ भांगो चउथे विकल्प करि कहै छँ |११६ १ २ स क्कर, १ पंक, १ तम, १ तमतमा एवं सक्कर पंक थी ३ भांगा ४ विकल्प करि १२ भांगा का । हि सक्कर धूम थी १ भांगो प्रथम विकल्प करि कहै छ ११७ १ १ सक्कर, १ धूम, १ तम, २ तमतमा हि सक्कर धूम थी १ भांगो द्वितीय विकल्प करि कहै छै १ १ १ सक्कर, १ धूम, २ तम, १ तमतमा हि सक्कर धूम थी १ भांगो तृतीय विकल्प करि कहै छ ११६ १ सक्कर, २ धूम, १ तम, १ तमतमा १ Jain Education International हि सक्कर धूम थी १ भांगो चउथे विकल्प करि कहै छँ १२० १ २ सक्कर, १ धूम, १ तम, १ तमतमा एवं सक्कर थी १० भांगा ४ विकल्प करि ४० भांगा कह्या । हिवँ वालु थी ४ भांगा एक-एक विकल्प करि हुवै, ते वालु पंक थी, बालु धूमधी १ हि बालु कभी ३ ते किसा ? वालु पंक धूम थी २, वालु पंक तम थी १, एवं वालु पंक थी ३ एक-एक विकल्प करि हुतिहां वालु पंक धून घी २ भांगा प्रथम विकल्प करि कहे छे १२१ १ १२२ १ वालु, १ पंक, १ धूम, २ तमतमा हिव वालु पंक धूम थी २ भांगा द्वितीय विकल्प करि कहै छै १२३ २ १ १३० १२४ १ वालु, १ पंक २ धूम १ तमतमा हि वालु पंक धूम थी २ भांगा तृतीय विकल्प करि कहै छ १२५ २ १ २ १ वालु, १ पंक, १ धूम, २ तम १२६ १ वा २ पंक, १ धूम, १ तमतमा हिव वालु पंक धूम थी २ भांगा चउथे विकल्प करि कहै छँ १२७ १ १ वालु, १ पंक, २ धूम, १ तम २ For Private & Personal Use Only १ वालु २ पंक, १ धूम, १ तम १२८ २ वालु, १ पंक, १ धूम १ तमतमा हि वालु पंक तम थी १ भांगो प्रथम विकल्प करि कहै छँ १२६ १ १ वालु. १ पंक, १ तम, २ तमतमा हिवै वालु पंक तम थी १ भागो द्वितीय विकल्प करि कहे छं १ १ वालु, १ पंक, २ तम, १ तमतमा हिव वालु पंक तम थी १ भांगो तृतीय विकल्प करि कहै छँ १ १ वालु २ पंक, १ त १ तमतमा १३१ हिवै वालु पंक तम थी १ भांगो चउथे विकल करि कहै छै - १३२ १ २ वालु, १ पक, १ तम, १ तमतमा ए वालु पंक थी ३ भांगा ४ विकल्प करि १२ भांगा कह्या । २ वालु, १ पंक, १ धूम, १ तम श० ६, उ०३२, ढाल १७६ १०१ www.jainelibrary.org
SR No.003619
Book TitleBhagavati Jod 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1990
Total Pages490
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size14 MB
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