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________________ 11. 12. 13. 14. 15. 16. 17. 18. 19. 20. 21. 22. 23. 24. 25. 26. 27. 28. 29. 30. 31. हय लक्षण शास्त्र । गज लक्षण शास्त्र । गौ लक्षण शास्त्र । मेष लक्षण शास्त्र | कुक्कुट लक्षण शास्त्र । तीतर लक्षण शास्त्र । वर्त्तक लक्षण शास्त्र । लावा लक्षण शास्त्र । चक्र लक्षण छत्र लक्षण चक्रवर्ती के छत्र का लक्षण शास्त्र | चर्म लक्षण - चक्रवर्ती के चर्म का लक्षण शास्त्र । चक्रवर्ती के दण्ड का लक्षण शास्त्र । चक्रवर्ती के असि का लक्षण शास्त्र । चक्रवर्ती के मणि का लक्षण शास्त्र । काकिणी - चक्रवर्ती के काकिणी का लक्षण शास्त्र । सुभगाकर - दुर्भाग्य को सुभाग्य करने वाली विद्या । दुभगाकर - सौभाग्य को दुर्भाग्य करने वाली विद्या । गर्भाधान - कृत्रिम गर्भाधान की विद्या । मोहनकर - व्यक्ति को सम्मोहित या वाजीकरण करने वाली दण्ड लक्षण असि लक्षण मणि लक्षण - Jain Education International - - चक्रवर्ती के चक्र का लक्षण शास्त्र । = विद्या । आथर्वणी - अथर्ववेद से सम्बन्धित मंत्र विद्या । पाकशासनी इन्द्रजाल विद्या । द्रव्य होम - उच्चाटन आदि के लिये की जाने वाली हवन क्रिया । क्षत्रिय विद्य धनुर्वेद । चन्द्र सरित - चन्द्र सम्बन्धी ज्योतिष शास्त्र । 32. 33. 34. 35. सूर्य चरित - सूर्य सम्बन्धी ज्योतिष शास्त्र । शुक्र चरित शुक्र सम्बन्धी ज्योतिष शास्त्र । 36. 37. 38. उल्कापात 39. दिग्दाह बृहस्पति चरित - बृहस्पति सम्बन्धी ज्योतिष शास्त्र । उल्कापात सम्बन्धी ज्योतिष शास्त्र | दिशादाह सम्बन्धी ज्योतिष शास्त्र । सूत्रकृतांग सूत्र का सर्वांगीण अध्ययन / 185 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003613
Book TitleAgam 02 Ang 02 Sutrakrutang Sutra Ka Darshanik Adhyayan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNilanjanashreeji
PublisherBhaiji Prakashan
Publication Year2005
Total Pages436
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Philosophy, & agam_related_other_literature
File Size18 MB
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