________________
जैन श्राविकाओं का बृहद इतिहास
645
साध्वियाँ एवं महिलाएँ इस विषय पर डॉक्टरेट की उपाधि ग्रहण की। भारत की प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में आपके विशिष्ट लेख प्रकाशित होते रहते हैं। आपके संस्कारों के प्रभाव से आपके सुपुत्र डॉ. ब्रह्मचारी अशोक ने सर्वस्व त्याग कर साधु जीवन अपना लिया है। समाज सेवा क्षेत्र में आपने सिटी हॉस्पिटल, क्लीवलैंड ओहियो (अमेरिका) में मेडिकल सोशल वर्कर के रूप में सेवाएँ दी तथा फ्रांस, डेनमार्क, जर्मनी, स्विटजर लैंड और ब्रिटेन आदि देशों में भी सेवा हेतु भ्रमण किया है। चार वर्ष तक इंदौर नगरपालिका की मनोनीत पार्षद रही है। आप मानसिक चिकित्सालय की सदस्या भी मनोनित हुई थी। क्षय पीड़ित सहायक संघ उत्पादन केंद्र की मंत्री, बाल-कल्याण समिति दिल्ली की कार्यकारिणी की सदस्या, भारत स्काउट एण्ड गाइड्स के जिला संघ की अध्यक्षा, तथा राबर्ट नर्सिंग होम इंदौर की कार्यकारिणी की सदस्या भी रह चुकी है। अखिल भारतीय श्वेतांबर स्थानकवासी जैन कॉन्फरेन्स की कार्यकारिणी की सदस्या तथा कॉन्फरेन्स के विभाग की अध्यक्षा रह चुकी है।४६ ७.५६ सोनियारानी जैन:
कुमारी सोनिया रानी चेन्नई निवासी श्रीमान् चंदुलाल जी एवं श्रीमती मधुबाला लूंकड़ की सुपुत्री है। आपका जन्म २१ नवम्बर सन् १९८५ का है। २२ वर्ष की छोटी उम्र में कप्तान बनने वाली एकमात्र पाइलट सोनियारानी जैन है। इन्होनें इंडियन एअर-लाइन्स से इंदिरा गांधी राष्ट्रीय युरान अकादमी द्वारा (Multi-Engine-King Air C-90A) की उड़ान भरी है। इन्हें एअर इंडिया तथा इंडियन एअर लाइन्स में कार्य करने हेतु आमंत्रण पत्र आ चुके हैं। जे. आर. डी. टाटा ट्रस्ट ने तीन लाख रूपए की छात्र-वत्ति प्रदान कर इन्हें सम्मानित किया है। आप जैन धर्म के प्रति आस्थावान है व सौम्य सुशील एवं मदु स्वभाव वाली युवती है। ५० ७.५७ श्रीमती त्रिशला जैन:
श्रीमती त्रिशला जैन के माता-पिता श्रीमती शकुंतला देवी विलायती राम जैन हैं। आपका जन्म ४.११.१६४६ को लुधियाना में हुआ था। वर्तमान में आप जगराओं में निवास कर रही हैं। आप एम.ए., बी.एड. हैं। आप शिक्षा के क्षेत्र में तथा समाज सेवा में ३५ वर्ष से सेवाएं दे रही हैं। स्वामी रूपचंद जैन सीनियर सेकण्डरी पब्लिक स्कूल की संस्थापक एवं प्रिंसीपल हैं सन्मति मात सेवा संघ व सन्मति विमल जैन सीनियर सेकंडरी स्कूल जगराओं की सेक्रेट्री, आर्य विद्या मंदिर (जगराओं) एवं जैन मुनि विमल सन्मति चेरीटेबल ट्रस्ट (कुप्पकला) की भी आप सेक्रेट्री हैं। ७.५८ सोनिका जैन:
आप जण्डियाला गुरू (पंजाब) में श्रीमान् अमन कुमार सुपुत्र श्री आजाद भूषण जैन की धर्मपत्नी हैं। आप पदमपुर राजस्थान निवासी अभय कुमार जैन की सुपुत्री है। आपने तीन दिन में भक्तामर स्तोत्र तथा एक दिन की अल्प अवधि में प्रतिक्रमण सूत्र कंठस्थ कर लिया था। ७.५६ प्रतिभा जैन (जीरा पंजाब):
आप श्री सतपाल जैन की धर्मपत्नी हैं। आप रायकोट (पंजाब) निवासी श्री तरसेम चन्द जी जैन की सुपुत्री हैं। आपने १६ वर्ष की उम्र में तीन दिन में भक्तामर स्तोत्र (संस्कत) कठस्थ किया था। इसमें उपाध्याय पूज्य केवल मुनि जी मा. सा. की प्ररणा रही थी। ७.६० डॉ सुधा कांकरियाः____ आप अहमदनगर (महाराष्ट्र) की निवासिनी है। आप अंतर्राष्ट्रीय कीर्तिप्राप्त नेत्रचिकित्सालय 'साईसूर्य नेत्रसेवा' की संचालिका हैं। 'विवाह दष्टि भेंट योजना' के अंतर्गत आप निर्धन, विवाह योग्य युवतियों के लिए चश्में का नंबर कम करने के लिए मुफ्त शिविरों का आयोजन करती हैं। इसी प्रकार अंधत्व निवारण योजना, वा नेत्रदान योजना के अंतर्गत आप ‘मान कन्हैया आई बैंक' की संचालिका हैं। इस संस्था के दारा स्वतंत्र सैनिकों के लिए मुफ्त नेत्रसुविधा उपलब्ध कराई जाती है। इसी प्रकार गहकुल योजना है। जो अंधों के लिए चलाई जाती है। पुनर्वसन योजना, निसर्गोपचार, अध्यात्म योग साधना के माध्यम से रोग प्रतिबंधक योजना, साईदष्टि यात्रा आई क्लीनिक द्वारा छोटे ग्रामों की जनता को नेत्रसेवा उपलब्ध कराने आदि सभी योजनाओं के अंतर्गत आप अपनी
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org