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जैन श्राविकाओं का बृहद इतिहास
क्र०
1161
1162
1164
1165
1163 1670 बोवाई
1166
1167
1168
1169
1170
1171
1172
1173
1174
1175
1176
1177
1178
1179
1180
1181
संवत्
1182
1675 पता
1681 चंदनसिरि
1622 वीरा
1671 उदयगिरि
1692 सोनादे
1607 पसाई
1603 दाडिमदे. पंचमी व्रत
उद्यापनार्थ
1626 गोमाई
1601 भानुमती
1697
इलाइ पठनार्थ
1637 कीलादे, हांसलदे
हीरा
श्राविका नाम
1689
1677 रतनबाई
1675
1692 वाल्हबाई
1685 रंभा पठनार्थ
चंपा पठनार्थ
1617 धनी, संतोषबाई किरमादे
1604
रूपा पठनार्थ
1604 मेनका पठनार्थ
करम पठनार्थ
1682 मृगाक्षी पठनार्थ
1604
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वंश / गोत्र
बघेरवाल ज्ञा.
चवरिया गोत्र
हुमबड ज्ञा.
खंडेलवाल
पल्लीवाल ज्ञा.
श्री नागर ज्ञा.
ऊकेष ज्ञा.
संडेरगच्छ
ओसवाल ज्ञा.
चोपड़ा गोत्र
प्रेरक / प्रतिष्ठापक
गच्छ / आचार्य
आ. श्री चंद्रकीर्ति
आ. श्री चंद्रकीर्ति
भ. श्री रामकीर्ति
भ. सुमतिकीर्ति
प्रतिमा
भ. धर्मकीर्ति
नंदीश्वर प्रतिमा
भ. श्री रत्नचंद्र
पार्श्वनाथ प्रतिमा
भ. पद्मकीर्ति
प्रतिमा
धर्मचंद्र को प्रदान किया नागकुमार चरित्र
भ. हेमकीर्ति
हीरविजय सूरि तपा.
श्री माना जी केसरी
विवेकहर्षगणि (तपा)
विनयवर्द्धन लिखित
षुभसागर लिखित
भावविजय लिखित
ब्रह्माजनाय पठनार्थ
जीबरंगगणि द्वारा
लिखित
प्रतिमा निर्माण
आदि
षोडशकारण यंत्र
सम्यक्चारित्र यंत्र
सुपार्श्वनाथ प्रतिमा
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चौबीसी प्रतिमा
चंद्रप्रभु प्रतिमा
श्री शत्रुंजय उद्धार भ. श्री आदिनाथ जी
भ.
जी
आदिनाथ विवाहलो.
गा. 245 नवतत्व चोपाई बीस विरहमान जिन
गीत.
षांतिनाथ चरित्र
लिखवाया
श्री सुविधिनाथ वही
सुबाहुसंधिगा. 89
सुबाहुसंधि गा. 89
सुबाहुधिगा. 89
साधु वंदना
मुनिवरसुखेली 144 कड़ी
संदर्भ ग्रंथ
भ. सं.
भ. सं.
भ. सं.
भ. सं.
भ. सं.
भ. सं.
भ. सं.
भ. सं.
भ. सं.
भ. सं.
श्री. प्र. सं. पृ.
जे. जै. ले. संभा2
वही
जै. गु. क. भा. 3
जै. गु. क. भा. 3 जै.गु. क. भा. 3
जै. गु. क. भा. 3
जै. गु. क. भा. 3
वही
वही
जै. गु. क. भ. 2
613
पृ.
206
149
148
148
203
163
83
105
84
115
208
238
245
2
188
288
108
89
20
20
20
205
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