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________________ 606 सोलहवीं से 20वीं शताब्दी की जैन श्राविकाएँ क्र० संवत् श्राविका नाम . वंश/गोत्र संदर्भ ग्रंथ पृ. आदि प्रेरक/प्रतिष्ठापक प्रतिमा निर्माण गच्छ / आचार्य पं. रत्नसुंदर गणि ने भेंट | श्री योगशास्त्रम् में प्रदान की संयमरत्नसूरि (आगम.) | श्री भगवतीसूत्र श्री. प्र. सं. 104971656 | हीरादे पुत्री चंद्रावती पडनार्थ 1050 1615 | नाकू, कीकाइ, अहंकारदे, 158 श्री. प्र. सं. 111 धनादे श्री. प्र. सं. श्री. प्र. सं. 10511615 खदकू नाकू, वीराइ, प्रा. ज्ञा. संयमरत्नसूरि (आगम.) | श्री भगवतीसूत्र पूराइ, धनादे आदि ने लिखवाया 1052 1623 | सोना, जैसिरि, खेतलदे अजमेरा गोत्र | आर्चिका श्री मुक्ति को | उपासकाध्ययन, सरदे आदि ने लिखवाया खंडेलवाल प्रदान की 10531612, पीला, पाटमदे, नोलादे, । खंडेलवाल आर्य नरसिंह को प्रदान | उपासकाध्ययन उदी, सिंगारदे आदि ने अजमेरा गोत्र किया कल्याणकव्रत उद्यापनार्थ | प्र. सं. 94 1054 1691 | हीराबाई पठनार्थ ऋषि जै.गु. क. भा. 1 | 320 गजसुकुमाल रास. 17 ढाल 10551613 | मानिक श्री लिखित श्रेणिक रास. | जै. गु. क. भा. 1 | 123 जै. गु. स. भा. 1 10561628 | रत्नाई पठनार्थ 124 | पं. विनयचारित्र मुनि | यशोधर लिखित. (तपागच्छ) 10571628 | लीलाई पठनार्थ रिषि देवीदास लिखित | सनत्कुमार रास. जै. गु. क. भा. 2 | 45 46 1058 | 1633 | गेली पठनार्थ जै. गु. क. भा. 2 | 162 कडी 10591692 | कोडिमदेइ ने बोहराई 202 जिनचंद्रसरि ने भेंट की| बारव्रतनो रास. 94 (खरतर) चंद्रकीर्तिगणि ने लिखा । | श्री दंडकस्तव श्री षोभन स्तुति. कनकसोममुनि द्वारा श्री आवष्यक बालावबोध श्री. प्र. सं. श्री. प्र. सं. 1060 1694 | कांहांनबाई. पठनार्थ 206 1061 | 1608| जमनादे श्री. प्र. सं. 106 1062 193 1667 | जीवी, अजाई ने लिखवाया रिषभदास को अर्पित | श्री तंदुलवैकालिक | श्री. प्र. सं. किया जोसी गंगदास ने लिखा | श्री गुणावलि रचना | श्री. प्र. सं. 1063 1690 | जसोदा पठनार्थ 200 1064 1660 वरांगचरित प्र. सं. 55 देवलदे, हर्षमदे, धारादे आदि ने लिखवाया खंडेलवाल | कासली. गोत्र जाजणवर व्रत उद्यापनार्थ शुभचंद्र को प्रदान किया Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003610
Book TitleJain Shravikao ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPratibhashreeji
PublisherPrachya Vidyapith Shajapur
Publication Year2010
Total Pages748
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size28 MB
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