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पूर्वपीठिका
१.१० चित्र सं. (४)
समवसरण में जैन श्राविकाएँ. ई. सन् की १८वीं शती.
भगवान महावीर की धर्मवाणी सुनने जाती हुई तथा एकाग्रता पूर्वक उपदेश सुनती हुई
जैन श्राविकाएँ (दिल्ली चाँदनी चौंक से प्राप्त) संवत् १७७०-७६
(चित्र साभारः श्रीमान् प्रेमकुमार जी जैन, बटन वाले अमतसर (पंजाब)
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