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जैन श्राविकाओं का बृहद् इतिहास
१.१० चित्र सं. (३)
मुगल कालीन जैन श्राविकाएँ प्रवचन सभा में जिन वचनों को संतों के श्री मुख से श्रवण करती हुई ( १८वीं शती)
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( चित्र साभार : चेलपुरी मंदिर, चांदनी चौक, दिल्ली)
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