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भारतीय आचार-दर्शन : एक तुलनात्मक अध्ययन
सन्दर्भ ग्रन्थ1. दशवैकालिक, 4/12 2. इसिभासियाइंसुत्त, गहावइज्जं नामज्झयणं 3. गीता, 3/36 4. इसिभासियाइंसुत्त, 21/3 5. अंगुत्तरनिकाय, 1/17 6. संयुत्तनिकाय, 21/3/3/8 7. वही, 43/3/1 8. तत्त्वार्थसूत्र, सर्वार्थसिद्धिटीका (पूज्यपाद), 8/1 9. मज्झिमनिकाय चंकिसुत्त 2/5/5, पृ. 400 10. उदान, 6/4 11. अंगुत्तरनिकाय, 1/11 12. गीता, 2/42-45 13. आचारांग, 1/5/1/144 14. आचारांग-हिन्दी टीका, प्रथम भाग, पृ. 409 15. गीता 4/40 16. स्थानांग 10, तुलना कीजिए - अंगुत्तरनिकाय, 1/10-12 17. अंगुत्तरनिकाय, 1/10-12 18. हिस्ट्री आफ फिलासफी (थिली), पृ. 287 19. समयसार, 20, 21, 22, तु. गीता 16/13 20. उद्धृत-जैन स्टडीज, पृ. 133 21. भारतीय दर्शन, पृ. 382-383 22. जैन स्टडीज, पृ. 132-133 पर उद्धृत। 23. विस्तृत विवेचन के लिए देखिए, जैन स्टडीज, पृ.126-137 एवं 201-215 24. गीता 18/21-22 25. बृहदारण्यकोपनिषद्, 4/4/19 26. ईशावास्योपनिषद्, 6-7 27. विवेकचूड़ामणि, माया-निरूपण, 111
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