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ठाणं (स्थान)
७५४
स्थान ७: सूत्र १५४-१५५
पोग्गल-पदं पुद्गल-पदम्
पुद्गल-पद १५४. सत्तपएसिया खंधा अणंता पण्णत्ता। सप्तप्रदेशिकाः स्कन्धाः अनन्ताः प्रज्ञप्ताः । १५४. सप्तप्रदेशी स्कंध अनन्त हैं। १५५. सत्तपएसोगाढा पोग्गला जाव सप्तप्रदेशावगाढाः पुद्गलाः यावत् १५५. सप्तप्रदेशावगाढ पुद्गल अनन्त हैं । सत्तगुणलुक्खा पोग्गला अणंता सप्तगुणरूक्षाः पुद्गलाः अनन्ताः ।
सात समय की स्थिति वाले पुद्गल पण्णत्ता। प्रज्ञप्ताः ।
अनन्त हैं। सात गुण वाले पुद्गल अनन्त हैं। इस प्रकार शेष वर्ण तथा गंध, रस और स्पर्शों के सात गुण वाले पुद्गल अनन्त
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