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ठाणं (स्थान)
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स्थान ४ : सूत्र २६-३३ २६. चत्तारि पुरिसजाया पण्णत्ता, तं चत्वारि पुरुषजातानि प्रज्ञप्तानि, २६. पुरुष चार प्रकार के होते हैंजहातद्यथा
१. कुछ पुरुष जाति से शुद्ध और शुद्धसुद्धे णामं एगे सुद्धपण्णे, शुद्धो नामकः शुद्धप्रज्ञः,
प्रज्ञा वाले होते हैं, २. कुछ पुरुष जाति से सुद्धे णाम एगे असुद्धपण्णे, शुद्धो नामैक: अशुद्धप्रज्ञः,
शुद्ध, किन्तु अशुद्ध-प्रज्ञा वाले होते हैं, असुद्धे णामं एगे सुद्धपण्णे, अशुद्धो नामैकः शुद्ध प्रज्ञः,
३. कुछ पुरुष जाति से अशुद्ध, किन्तु शुद्धअसुद्धे णाम एगे असुद्धपण्णे।। अशुद्धो नामैकः अशुद्धप्रज्ञः ।
प्रज्ञा वाले होते हैं, ४. कुछ पुरुष जाति से
अशुद्ध और अशुद्ध-प्रज्ञा वाले होते हैं। ३०. चत्तारि पुरि सजाया पण्णत्ता, तं चत्वारि पुरुषजातानि प्रज्ञप्तानि, ३०. पुरुष चार प्रकार के होते हैंजहा - तद्यथा
१. कुछ पुरुष जाति से शुद्ध और शुद्धसुद्धे णामं एगे सुद्धदिट्ठी, शुद्धो नामैकः शुद्धदृष्टिः, दृष्टि वाले होते हैं, २. कुछ पुरुष जाति से सुद्धे णामं एगे असुद्ध दिट्ठी, शुद्धो नामकः अशुद्धदृष्टिः, शुद्ध, किन्तु अशुद्ध-दृष्टि वाले होते हैं, असुद्धे णामं एगे सुद्धदिट्ठी, अशुद्धो नामकः शुद्धदृष्टिः,
३. कुछ पुरुष जाति से अशुद्ध, किन्तु शुद्धअसुद्धे णामं एगे असुद्ध दिट्ठी। अशुद्धो नामैक: अशुद्धदृष्टिः । दृष्टि वाले होते हैं, ४. कुछ पुरुष जाति से
अशुद्ध और अशुद्ध-दृष्टि वाले होते हैं। ३१. चत्तारि पुरिसजाया पण्णत्ता, तं चत्वारि पुरुषजातानि, प्रज्ञप्तानि, ३१. पुरुष चार प्रकार के होते हैंजहातद्यथा
१. कुछ पुरुष जाति से शुद्ध और शुद्धसुद्धे णामं एगे सुद्धसीलाचारे, शुद्धो नामैकः शुद्धशीलाचारः, शीलाचार वाले होते हैं, २. कुछ पुरुष जाति सुद्धे णामं एगे असुद्धसीलाचारे, शुद्धो नामैक: अशुद्धशीलाचारः, से शुद्ध, किन्तु अशुद्ध-शीलाचार वाले होते असुद्धे णाम एगे सुद्धसीलाचारे, अशुद्धो नामैक: शुद्धशीलाचारः, हैं, ३. कुछ पुरुष जाति से अशुद्ध, किन्तु असुद्धे णाम एगे असुद्ध सीलाचारे। अशुद्धो नामैकः अशुद्धशीलाचारः। शुद्ध- शीलाचार वाले होते हैं, ४. कुछ
पुरुष जाति से अशुद्ध और अशुद्ध
शीलाचार वाले होते हैं। ३२. चत्तारि पुरिसजाया पण्णत्ता, तं चत्वारि पुरुषजातानि प्रज्ञप्तानि, ३२. पुरुष चार प्रकार के होते हैंजहातद्यथा
१. कुछ पुरुष जाति से शुद्ध और शुद्धसुद्धे णामं एगे सुद्धववहारे, शुद्धो नामैक: शुद्धव्यवहारः, व्यवहार वाले होते हैं, २. कुछ पुरुष जाति सुद्धे णामं एगे असुद्धववहारे, शुद्धो नामैक: अशुद्धव्यवहारः,
से शुद्ध, किन्तु अशुद्ध-व्यवहार वाले होते हैं, असुद्धे णामं एगे सुद्ध ववहारे, अशुद्धो नामैक: शुद्धव्यवहारः, ३. कुछ पुरुष जाति से अशुद्ध, किन्तु शुद्धअसुद्धे णामं एगे असुद्धववहारे। अशुद्धो नामैक: अशुद्धव्यवहारः। व्यवहार वाले होते हैं, ४. कुछ पुरुष जाति
से अशुद्ध और अशुद्ध-व्यवहार वाले होते हैं। ३३. चत्तारि पुरिसजाया पण्णता, तं चत्वारि पुरुषजातानि प्रज्ञप्तानि, ३३. पुरुष चार प्रकार के होते हैंजहातद्यथा
१. कुछ पुरुष जाति से शुद्ध और शुद्धसुद्धे णामं एगे सुद्धपरक्कमे, शुद्धो नामैकः शुद्धपराक्रमः,
पराक्रम वाले होते हैं, २. कुछ पुरुष जाति सुद्धे णाम एगे असुद्धपरक्कमे, शुद्धो नामैकः अशुद्धपराक्रमः,
से शुद्ध, किन्तु अशुद्ध-पराक्रम वाले होते हैं,
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