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ठाणं (स्थान)
स्थान २ : सूत्र ४६३-४६५
पोग्गल-पदं पुद्गल-पदम्
पुद्गल-पद ४६३. दुपएसिया खंधा अणंता द्विप्रादेशिकाः स्कन्धाः अनन्ताः ४६३. द्वि-प्रदेशी स्कन्ध अनन्त हैं। पण्णत्ता।
प्रज्ञप्ताः । ४६४. दुपदेसोगाढा पोग्गला अणंता द्विप्रदेशावगाढाः पुद्गलाः अनन्ताः ४६४. द्वि-प्रदेशावगाढ पुद्गल अनन्त हैं। पण्णत्ता।
प्रज्ञप्ताः । ४६५. एवं जाव दुगुणलुक्खा पोग्गला एवं यावत् द्विगुणरूक्षाः पुद्गलाः ४६५. इसी प्रकार दो समय की स्थिति वाले अणंता पण्णत्ता। अनन्ताः प्रज्ञप्ताः।
और दो गुण वाले पुद्गल अनन्त हैं, तथा शेष सभी वर्ण तथा गन्ध, रस और स्पर्शी के दो गुण वाले पुद्गल अनन्त हैं।
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