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ठाणं (स्थान)
णक्खत्त-पदं
३२३. दो कित्तियाओ, दो रोहिणीओ, दो मग्गसिराओ, दो अद्दाओ, दो पुणव्वसू, दो पूसा,दो अस्सलेसाओ, दो महाओ, दो पुव्वाफग्गुणीओ, दोउत्तराफग्गुणीओ, दो हत्था, दो चित्ताओ, दो साईओ, दो विसाहाओ, दो अणुराहाओ, दो जेंट्ठाओ, दो मूला, दो पुव्वासाढाओ, दो उत्तरासाढाओ, दो अभिईओ, दो सवणा, दो धणिट्टाओ, दो सयभितया, दो पुग्दाभयाओ, दो उत्तराभद्दवयाओ, दो रेवतीओ, दो अस्सिणीओ, दो भरणीओ [ जोयं जोएंसु वा जोएंति वा जोइस्संति वा ? ] ।
वखत्तदेव पदं
३२४. दो अग्गी, दो पयावती, दो सोमा, दोरुद्दा, दो अदिती, दो बहस्सती, दो सप्पा, दो पिती, दो भगा, दोअज्जमा, दो सविता, दो तट्ठा, दो वाऊ, दो इंदग्गी दो मित्ता, दो इंदा, दो णिरती, दो आऊ, दो विस्सा, दो बह्मा, दो विषहू, दो वसू, दो वरुणा, दो अया, दो विविद्धी, दो पुस्सा, दो अस्सा, दो यमा ।
महग्गह-पदं
३२५. दो इंगालगा, दो वियालगा, दो लोहितक्खा, दो सणिच्चरा,
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नक्षत्र-पदम्
द्वे कृत्तिके, द्वे रोहिण्यौ द्वौ मृगशिरसौ, द्वे आहे, द्वो पुनर्वसू, द्वौ पुथ्यौ, द्वे अश्लेषे, द्वे मधे द्वे पूर्वफाल्गुन्यौ द्वे उत्तरफाल्गुन्यौ द्वौ हस्तौ द्वे चित्रे, द्वे स्वाती, द्वे विशाखे, द्वे अनुराधे, द्वे जेष्ठे, द्वौ मूलौ, द्वे पूर्वासाढे, द्वे उत्तराषाढे, द्वे अभिजितौ द्वौ श्रवणौ, द्वे धनिष्ठे, द्वौ शतभिषजौ, द्वे पूर्वभद्रपदे द्वे उत्तरभद्रपदे, द्वे रेवत्यौ द्वे अश्विन्यौ, द्वे भरण्यौ (योगं अजुयन् वा युञ्जन्ति वायोक्ष्यन्ति वा ? ) ।
नक्षत्रदेव-पदम्
द्वौ अग्नी, द्वौ प्रजापती, द्वौ सोमौ, द्वौ रुद्रौ द्वौ अदिती, द्वौ बृहस्पती, द्वौ सपौं, द्वौ पितरौ द्वौ भगौ, द्वौ अर्यमणौ, द्वौ सवितारौ द्वौ त्वष्टारौ द्वौ वायू, द्वौ इन्द्राग्नी, द्वौ मित्रौ द्वौ इन्द्रौ द्वौ निरुती, द्वे आप, द्वौ विश्वौ द्वौ ब्रह्माणी, द्वौ विष्णू, द्वौ वसू, द्वौ वरुणौ, द्वौ अजौ, द्वे विवृद्धी, द्वौ पूषणौ द्वौ अश्वौ द्वौ यमौ ।
महाग्रह-पदम्
द्वौ अङ्गारकौ द्वौ विकालको द्वौ लोहिताक्षौ द्वौ शनिश्चरौ द्वौ आहुतौ,
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स्थान २ : सूत्र ३२३-३२५
नक्षत्र-पद
३२३. जम्बूद्वीप द्वीप में दो कृत्तिका, दो रोहिणी, दो मृगशिरा, दो आर्द्रा, दो पुनर्वसु, दो पुष्य, दो अश्लेषा, दो मघा, दो पूर्वफल्गुनी, दो उत्तरफल्गुनी, दो हस्त, दो चित्रा, दो स्वाति, दो विशाखा, दो अनुराधा, दो ज्येष्ठा, दो मूल, दो पूर्वाषाढा, दो उत्तराषाढा, दो अभिजित, दो श्रवण, दो धनिष्ठा, दो शत्रु भिषक् ( शतभिषा ), दो पूर्वाभाद्रपद, दो उत्तराभाद्रपद, दो रेवति, दो अश्विनी, दो भरणी – इन नक्षत्रों ने चन्द्रमा के साथ योग किया था, करते हैं। और करेंगे ।
नक्षत्रदेव - पद
३२४. नक्षत्रों के दो-दो देव हैं। उनके नाम इस
प्रकार हैं-दो अग्नि, दो प्रजापति, दो सोम, दो रुद्र, दो अदिति, दो बृहस्पति, दो सर्प, दो पितृदेवता, दो भग, दो अर्यमा, दो सविता, दो त्वष्टा, दो वायु, दो इन्द्राग्नि, दो मित्र, दो इन्द्र, दो निऋति, दो अप्, दो विश्व, दो ब्रह्म, दो विष्णु, दो वसु, दो वरुण, दो अज, दो विवृद्धि, ( अहिर्बुध्नीय), दो पूषन्, दो अश्व, दोयम
महाग्रह-पद ३२५. जम्बूद्वीप द्वीप में—
दो अंगारक, दो विकालक, दो लोहिताक्ष,
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