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________________ भगवई श.८ : उ. १ : सू. ४९-५२ वइपयोग-परिणए वि जाव असमा- रंभवइपयोगपरिणए वा॥ प्रयोगपरिणतोऽपि यावत् असमारम्भवाकप्रयोगपरिणतः वा। वक्तव्यता वैसे वचनप्रयोगपरिणत की भी वक्तव्यता यावत् अथवा असमारम्भ सत्य वचनप्रयोगपरिणत है। कायपयोगपरिणति-पदं कायप्रयोगपरिणति-पदम् ४९. जइकायपयोगपरिणए कि यदिकायप्रयोगपरिणतः किम् औदा- ओरालिय सरीरकायपयोग-परिणए? रिकशरीरकायप्रयोगपरिणतः? औदारिक- ओरालियमीसासरीर-कायपयोग- मिश्रशरीरकायप्रयोगपरिणतः? वैक्रियपरिणए? वेउब्विय-सरीरकायपयोग- शरीरकायप्रयोगपरिणतः? वैक्रियमिश्रपरिणए? वेउब्विय-मीसासरीरकाय . शरीरकायप्रयोगपरिणतः? आहारकशरीर. पयोगपरिणए? आहारगसरीरकाय- कायप्रयोगपरिणतः? आहारकमिश्रशरीरपयोगपरिणए? आहारगमीसा- कायप्रयोगपरिणतः? कर्मकशरीरकायसरीरकायपयोग-परिणए? कम्मा- प्रयोगपरिणतः? सरीरकायपयोग-परिणए? गोयमा! ओरालियसरीरकाय- गौतम! औदारिकशरीरकायप्रयोगपरिणतः पयोगपरिणए वा जाव कम्मासरीर- वा यावत् कर्मकशरीरकायप्रयोगपरिणतः कायपयोगपरिणए वा॥ वा। कायप्रयोग परिणति-पद ४९. यदि कायप्रयोगपरिणत है तो क्या औदारिकशरीर कायप्रयोगपरिणत है? औदारिकमिश्रशरीरकायप्रयोगपरिणत है? वैक्रियशरीरकायप्रयोगपरिणत है? वैक्रियमिश्रशरीरकायप्रयोगपरिणत है? आहारक शरीरकायप्रयोगपरिणत है? आहारकमिश्रशरीरकायप्रयोगपरिणत है? कर्मशरीरकायप्रयोगपरिणत है? गौतम! औदारिकशरीरकायप्रयोगपरिणत है अथवा यावत कर्मशरीर कायप्रयोगपरिणत है। ५०. जइ ओरालियसरीरकायपयोग- यदि औदारिकशरीरकायप्रयोगपरिणतः ५०. यदि औदारिकशरीरकायप्रयोगपरिणत परिणए किं एगिदियओरालिय- किम् एकेन्द्रिय-औदारिकशरीरकायप्रयोग- है तो क्या एकेन्द्रिय औदारिकशरीरसरीरकायपयोगपरिणए? जाव परिणतः? यावत् पञ्चेन्द्रिय औदारिक- कायप्रयोगपरिणत है? यावत पंचेन्द्रिय पंचिंदियओरालियसरीरकायपयोग- शरीरकायप्रयोगपरिणतः? औदारिकशरीरकायप्रयोगपरिणत है? परिणए? गोयमा! एगिदियओरालियसरीर- गौतम! एकेन्द्रिय-औदारिकशरीरकाय- गौतम! एकेन्द्रिय औदारिकशरीरकायकायपयोगपरिणए वा जाव प्रयोगपरिणतः वा यावत् पञ्चेन्द्रिय- प्रयोगपरिणत है अथवा यावत पंचेन्द्रिय पंचिंदियओरालिय . सरीरकाय- औदारिकशरीरकायप्रयोगपरिणतः वा। औदारिकशरीरकायप्रयोगपरिणत है। पयोगपरिणए वा॥ ५१. जइ एगिदियओरालियसरीर-काय- यदि एकेन्द्रिय-औदारिकशरीरकायप्रयोग- ५१. यदि एकेन्द्रिय औदारिकशरीरकायपयोगपरिणए किं पुढ-विक्काइय- परिणतः किं पृथिवीकायिक-एकेन्द्रिय- प्रयोगपरिणत है तो क्या पृथ्वीकायिक एगिदियओरालियसरीर-कायपयोग- औदारिकशरीरकायप्रयोगपरिणतः? यावत् एकेन्द्रिय औदारिकशरीरकायप्रयोगपरिणए? जाव वणस्सइ-काइयएगिंदिय वनस्पतिकायिक-एकेन्द्रिय औदारिक- परिणत है? यावत् वनस्पतिकायिक - ओरालियसरीर-कायपयोगपरिणए? शरीरकायप्रयोगपरिणतः? एकेन्द्रिय औदारिकशरीरकायप्रयोग परिणत है? गोयमा! पुढविक्काइयएगिदिय- गौतम! पृथिवीकायिक-एकेन्द्रिय- गौतम ! पृथ्वीकायिक एकेन्द्रिय औदारिक ओरालियसरीरकायपयोगपरिणए वा औदारिक-शरीरकायप्रयोगपरिणतः वा शरीर कायप्रयोगपरिणत है अथवा यावत जाव वणस्सइकाइयएगिदिय- यावत् वनस्पतिकायिक . एकेन्द्रिय- वनस्पतिकायिक एकेन्द्रिय औदारिक ओरालियसरीरकायपयोगपरिणए वा॥ औदारिक-शरीर-कायप्रयोगपरिणतः वा। शरीर कायप्रयोगपरिणत है। ५२. जइ पुढविक्काइयएगिदिय- यदि पृथ्वीकायिक-एकेन्द्रिय-औदारिक- ओरालियसरीरकायपयोगपरिणए किं शरीरकायप्रयोगपरिणतः किं सूक्ष्म- सुहमपुढविक्काइय जाव परिणए? पृथ्वीकायिक-यावत् परिणतः? बादर- बादरपुढ-विक्काइय जाव परिणए? पृथ्वीकायिक-यावत्-परिणतः? ५२. यदि पृथ्वीकायिक एकेन्द्रिय औदारिकशरीरकायप्रयोगपरिणत है तो क्या सूक्ष्म पृथ्वीकायिक एकेन्द्रिय औदारिकशरीरकायप्रयोगपरिणत है? बादर पृाकायिक एकेन्द्रिय औदारिकशरीर Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003595
Book TitleAgam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapti Sutra Part 03 Bhagvai Terapanth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year2005
Total Pages600
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size15 MB
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