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भगवई
श. ९ : उ. ३२ : सू. ९३ सक्करप्प्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे रत्नप्रभायाम् एकः शर्कराप्रभायाम् एकः धूमप्पभाए जाव एगे अहेसत्त-माए वालुकाप्रभायाम् एकः धूमप्रभायां यावत् होज्जा, अहवा एगे रयण-प्पभाए एगे एकः अधःसप्तम्यां भवन्ति, अथवा एकः सक्करप्पभाए एगे पंकप्पभाए जाव एगे रत्नप्रभायाम् एकः शर्कराप्रभायाम् एकः अहेसत्तमाए होज्जा, अहवा एगे __पङ्कप्रभायां यावत् एकः अधसप्तम्यां भवन्ति, रयणप्पभाए एगे वालुयप्पभाए जाव एगे अथवा एकः रत्नप्रभायाम् एकः अहेसत्तमाए होज्जा, अहवा एगे वालुकाप्रभायां यावत् एकः अधःसप्तम्यां सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए जाव भवन्ति, अथवा एकः शर्कराप्रभायाम् एकः एगे अहेसत्तमाए होज्जा।।
वालुकाप्रभायां यावत् एकः अधःसप्तम्यां । भवन्ति।
तमा में और एक अधःसप्तमी में होता है, अथवा एक रत्नप्रभा में, एक शर्कराप्रभा में, एक वालुकाप्रभा में, एक धूमप्रभा में, यावत् एक अधःसप्तमी में होता है। अथवा एक रत्नप्रभा में, एक शर्कराप्रभा में, एक पंकप्रभा में यावत् एक अधःसप्तमी में होता है। अथवा एक रत्नप्रभा में, एक वालुकाप्रभा में यावत् एक अधःसप्तमी में होता है। अथवा एक शर्कराप्रभा में, एक वालुकाप्रभा में यावत् एक अधःसप्तमी में होता है।
भाष्य
रश वा | पंधू त अधः
१. सूत्र ९३ छह जीवों के एक सांयोगिक भंग-७ रस वा पं धू त अधः
रश वा| पंधूत अधः |१६४२ |१७
|१८
00000000
।
000000
१९/ | २०
२४|४
२१ ५१
५
८
૨૭)
५
छह जीवों के द्वि सांयोगिक
विकल्प-५, भंग-१०५ रत्नप्रभा के विकल्प ५, भंग ३० रश वा पंधू त अधः
वालुकाप्रभा के विकल्प ५, भंग २०
र |शवा पंधू त अधः
३० ५ शर्कराप्रभा के विकल्प ५, भंग २५ रश वा पं | धूत अधः
|२|१
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|४|१
रा४
श ९२ १०२
نام ماه های امام
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३
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