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भगवई
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श.९ : उ. ३२ : सू. ९३
रश वा पंधू त अधः
शवा पंधूत अधः
इस प्रकार छह जीवों के द्वि-सांयोगिक
भंग-रत्नप्रभा-३०, शर्कराप्रभा-२५, वालुकाप्रभा-२०, पंकप्रभा-१५, धूमप्रभा
१०, तमप्रभा-५, कुल भंग-१०५।
र श वा पंधू त अधः ३११४ ३२१४
|१४ ३४ १४
पंकप्रभा के विकल्प ५, भंग १५
र श वा पंधू त अधः
३६ २३ ३७२ ३८ २३
४०२३
छह जीवों के त्रिसांयोगिक विकल्प-१०, भंग-३५० रत्न-शर्कराप्रभा के विकल्प-१०,
भंग-५० रिश वा पंधू त अधः 1१1११४
११
४२३२ ४३३२
४५|३|२
|४६४११
र शवा पंधू त अधः
४८४१ ४९४१ ५०४|१ रत्न-वालुकाप्रभा के विकल्प १०,
भंग ४० रश वा पंधू त अधः
२१ १०१२
धूमप्रभा के विकल्प ५, भंग १० रश वा पंधू त अधः
११२१३ १२२१३ १३२१ १४२१ १५ २१
२४
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१३
८||
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२०१३
१०२ ११ २
२१२२ २२ २३२२
१२२
तमप्रभा के विकल्प ५, भंग ५ शवा पंधु त अधः
१५
२५२२
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२७ ३१
१७२
३३
१८२ १९२
१२
२०
२
।
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