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________________ भगवई २३७. तीयं पडिक्कममाणे किं ? १. तिविहं तिविहेणं पडिक्कमति २. तिविहं दुविहेणं पडिक्कमति ? ३. तिविहं एगविहेणं पडिक्क मति ? ४. दुविहं तिविहेणं पडिक्क-मति ? ५. दुविहं दुव पडिक्क-मर्ति ? ६. दुविहं एगविहेणं पडिक्क-मति ? ७. एगविहे तिविहेणं पडिक्कमति ? ८. एगविहं दुविहेणं पडिक्कमति ? ९. एगविहं एगविणं पडिक्कमति ? गोयमा ! तिविहं वा तिविहेणं पडिक्कमति, तिविहं वा दुविहेणं पडिक्कमति, एवं चेव जाव एगविहं वा एगविणं पडिक्कमति । १. तिविहं तिविहेणं पडिक्कममाणे न करेइ, न कारवेइ, करेंत नाणुजाणइ मणसा वयसा कायसा । २. तिविहं दुविणं पडिक्कममाणे न करेइ, न कारखेड, करेंतं नाणुजाणइ मणसा वयसा ३. अहवा न करेइ, न कारवेइ, करेंतं नाणुजाणइ मणसा कायसा ४. अहवा न करेइ, न कारवेइ, करें नाणुजाण वयसा कायसा । ५. तिविहं एगविहेणं पडिक्कममाणे न करेइ, न कारखेड, करेंतं नाणुजाणइ मणसा ६. अहवा न करेड़, न कारवेइ, करेंतं नाणु - जाणइ वयसा ७. अहवा न करेइ, न कारवेइ, करेंतं नाणुजाणइ कायसा । ८. दुविहं तिविहेणं पडिक्कममाणे न करेइ, न कारवेइ मणसा वयसा कायसा ९. अहवा न करेइ, करेंतं नाणुजाणइ मणसा वयसा कायसा १०. अहवा न कारवेइ, करेंतं नाणुजाणइ मणसा वयसा कायसा । ११. दुविहं दुविणं पडिक्कममाणे न करेइ, न कारवेइ, मणसा वयसा १२. अहवा न करेइ, न कारवेइ मणसा कायसा १३. अहवान करेड़, न कारवेइ वयसा कायसा १४. अहवा न करेइ, करेंतं नाणुजाणइ मणसा वयसा १५. अहवा न करेड़, करेंतं नाणुजाणइ मणसा Jain Education International ८५ अतीतं प्रतिक्रामन् किम् ? १. त्रिविधं त्रिविधेन प्रतिक्रामति २. त्रिविधं द्विविधेन प्रतिक्रामति ? ३. त्रिविधम् एकविधेन प्रतिक्रामति ? ४. द्विविधं त्रिविधेन प्रतिक्रामति ५. द्विविधं द्विविधेन प्रतिक्रामति ? ६. द्विविधम् एकविधेन प्रतिक्रामति ? ७ एकविधं त्रिविधेन प्रतिक्रामति ? ८. एकविधं द्विविधेन प्रतिक्रामति ९ एकविधम् एकविधेन प्रतिकामति ? गौतम ! त्रिविधं वा त्रिविधेन प्रतिक्रामति, त्रिविधं वा द्विविधेन प्रतिक्रामति, एवं चैव यावत् एकविधं वा एकविधेन प्रतिक्रामति । १. त्रिविधं त्रिविधेन प्रतिक्रामन् न करोति, न कारयति कुर्वन्तं नानुजानाति मनसा वचसा कायेन । २. त्रिविधं द्विविधेन प्रतिक्रामन् न करोति, न कारयति, कुर्वन्तं नानुजानाति मनसा वचसा ३. अथवा न करोति, न कारयति कुर्वन्तं नानुजानाति मनसा कायेन ४. अथवा न करोति, न कारयति कुर्वन्तं नानुजानाति वचसा कायेन । ५. त्रिविधम् एकविधेन प्रतिक्रामन् न करोति, न कारयति कुर्वन्तं नानुजानाति मनसा ६. अथवा न करोति, न कारयति, कुर्वन्तं नानुजानाति वचसा ७. अथवा न करोति, न कारयति कुर्वन्तं नानुजानाति कायेन ८. द्विविधं त्रिविधेन प्रतिक्रामन् न करोति, न कारयति मनसा वचसा, कायेन, ९. अथवा न करोति, कुर्वन्तं नानुजानाति मनसा वचसा कायेन १०. अथवा न कारयति कुर्वन्तं नानुजानाति मनसा वचसा कायेन । ११. द्विविधं द्विविधेन प्रतिक्रामन् न करोति, न कारयति मनसा वचसा १२. अथवा न करोति न कारयति मनसा कायेन १३. अथवा न करोति, न कारयति वचसा कायेन १४. अथवा न करोति, कुर्वन्तं नानुजानाति मनसा वचसा, १५. अथवा न करोति, कुर्वन्तं नानुजानाति मनसा कायेन १६. अथवा न करोति, कुर्वन्तं नानुजानाति वचसा कायेन १७ अथवा न कारयति कुर्वन्तं नानुजानाति For Private & Personal Use Only श. ८ : उ. ५ : सू. २३७ २३७. अतीत का प्रतिक्रमण करता हुआ क्या १. वह तीन योग का तीन करण से प्रतिक्रमण करता है? २. तीन योग का दो करण से प्रतिक्रमण करता है ? ३. तीन योग का एक करण से प्रतिक्रमण करता है ? ४. दो योग का तीन करण से प्रतिक्रमण करता है ? ५. दो योग का दो करण से प्रतिक्रमण करता है ? ६. दो योग का एक करण से प्रतिक्रमण करता है? ७. एक योग का तीन करण से प्रतिक्रमण करता है ? ८. एक योग का दो करण से प्रतिक्रमण करता है? ० एक योग का एक करण से प्रतिक्रमण करता है ? गौतम! तीन योग का तीन करण से प्रतिक्रमण करता है, तीन योग का दो करण से प्रतिक्रमण करता है, इस प्रकार यावत् एक योग का एक करण से प्रतिक्रमण करता है। १. तीन योग का तीन करण से प्रतिक्रमण करने वाला न करता है, न करवाता है, न करने वाले का अनुमोदन करता है मन से, वचन से काया से २. तीन योग का दो करण से प्रतिक्रमण करने वाला न करता है, न करवाता है, न करने वाले का अनुमोदन करता है मन से, वचन से ३. अथवा न करता है, न करवाता है, न करने वाले का अनुमोदन करता है मन से, काया से ४ अथवा न करता है, न करवाता है, न करने वाले का अनुमोदन करता है वचन से, काया से ५. तीन योग का एक करण से प्रतिक्रमण करने वाला न करता है, न करवाता है, न करने वाले का अनुमोदन करता है मन से ६. अथवा न करता है न करवाता है, न करने वाले का अनुमोदन करता है वचन से ७. अथवा न करता है, न करवाता है, न करने वाले का अनुमोदन करता है काया से ८. दो योग का तीन करण से प्रतिक्रमण करने वाला न करता है, न करवाता है मन से, वचन से, काया से ९. अथवा न करता है, न करने वाले का अनुमोदन करता है मन से, बचन से, काया से १०. अथवा न करवाता है. न करने वाले का अनुमोदन करता है मन से, वचन से, काया से ११. दो योग का दो करण से प्रतिक्रमण करने वाला न करता www.jainelibrary.org
SR No.003595
Book TitleAgam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapti Sutra Part 03 Bhagvai Terapanth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year2005
Total Pages600
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size15 MB
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