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श. ५ : उ. ३ : सू. ६२, ६३
१४८
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२. गातिनाम निघत्त आयुष्यचार गतियों में से एक गति के शरीर में से किसी एक शरीर के साथ आयुष्य का निर्धारण । आयुष्य का निर्धारण ।
५. प्रदेशनाम निघत्त आयुष्य – आयुष्य के प्रदेशों, परमाणु-स्कयों अथवा द्रव्यमान का निर्धारण ।
३. स्थितिनाम निधत आयुष्य आयुष्य के कालमान का निर्धारण |
४. अवगाहनानाम निधत्त आयुष्य-औदारिक अथवा वैक्रिय
६३. सेवं भंते ! सेवं भंते ! त्ति ॥
१. त. सू. भा. वृ. २/५१ ।
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भगवई
६. अनुभागनाम निघत्त आयुष्य आयुष्य की विपाक-शक्ति (अपवर्तनीय और अनपवर्तनीय) का निर्धारण।'
तदेवं भदन्त ! तदेवं भदन्त ! इति ।
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६३. भन्ते ! वह ऐसा ही है, भन्ते ! वह ऐसा ही है ।
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