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सत्तमा दसा
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एवं खलु एसा एगरातिया भिक्खुपडिमा अहासुत्तं अहाकप्पं अहामग्गं अहातच्चं सम्म काएणं फासिया पालिया सोहिया तीरिया किट्टिया आराहिया आणाए अणुपालिया यावि भवति । एयाओ खलु ताओ थेरेहिं भगवंतेहिं बारस भिक्खुपडिमाओ पण्णत्ताओ।
–त्ति बेमि॥
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