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________________ चेइय-छक्क १६,३५. ५० ८१,२८८. व० ११३३; १०१२,४ चेइय (चेतित) क० २।२४ से २७ चेएंत (चेतयत) नि० ५।२,१३।१ से ११ चेएतए (चेतयितुम्) व० १११६ चेच्चा (स्यक्त्वा) उ० १३।२४. ५० ७४ चेट्ठा (चेष्टा) उ० १२।२६ चेड (चेट) प०४२ चेडग (चेटक) नं० ३८१४ चेत (चेतस्) बसा०६।२।४ चेत (चेतय')-चेतेति दसा. ६।२।१७ चेतियमह (चैत्यमह) नि० ८।१४ चेतेमाण (चेतयत्) दसा० २।३ चेत्त (चैत्र) ५० १६५,२२२॥५ चेय (चेतय')-चेएइ व० १११६. -चेएति नि० ५२ चेय (चेतस्) द० ५।२,६०; ६।६६; चू० १।१४. उ० १८॥३२,५०,२०११७,५८ चेल (चेल) ० ४ सू० २१. क० ३।१३,१६ से। १८. ५० ८।५. नि. १७११३२ चेलकण्ण (चेलकर्ण) ३० ४ सू० २१. नि. १७।१३३ ; १८:१६ . चेलचिलिमिलिया (दे०) क० १६१८. व० ८।५ चेलपाय (चेलपात्र) नि० ११११ से ३ चेलपेला (चेलपेटा) बसा० १०।२५,२६ । चेलबंधण (चेलबन्धन) नि० ११।४ से ६ चेल्लणा (चिल्लणा) दसा० १०॥२,११ से १३, २० से २३. व० ११५ चेव (चव) नं० गा० २१ चोइय (चोवित्त, नोदित) द० ६।२,४. उ०६८, ११,१३,१७,१६,२३,२५,२७,२६,३१,३३,३७, ३६,४१,४३,४५,४७,५०,६१; १७।१६; १८।४।४; १९३५६. नं०६७ चोक्ख (चोक्ष) ५० ६६ चोज्ज (चौर्य) उ० ३५४३ चोत्तीसइम (चतुःत्रिंश) ५० १२४ चोदसम (चतुर्दश) व० ६।४० चोद्दस (चतुर्दशन्) नं० ७६. ५० ४. व० १०॥३ चोद्दसपुदिव (चतुर्दशविन्) नं० ६६. ५० ६७, १२१,१२७,१३६,१७२,१८४ चोद्दसम (चतुर्दश) नं० ११८. ५० १८० चोद्दसमी (चतुर्दशी) व० १०।३ चोद्दसवासपरियाय (चतुर्दशवर्षपर्याय) व० १०।३३ चोद्दसविह (चतुर्वशविध) नं० ५५ चोद्दसी (चतुर्दशी) व० १०।५ चोयग (चोदक) नं० ५२ चोयण (चोदन) उ० ११२८ चोयय (दे०) अ० ३७६ चोयय (चोदक) अ० ४१६,४३६ चोयाल (चतश्चत्वारिंशत) नं०८४ चोर (चोर) द० २२. उ० ३२११०४ चोवट्टि (चतुःषष्टि) ५० १६५ छ (षष्) आ० ४।३. द० ३।११. उ० २६।१६. नं० १०१. अ० ७२. सा० २।३.५० १२२. क० ६१. व० ११५. नि० ६७ छउम (छद्मन्) उ० २।४३ छउमत्थ (छद्मस्थ) उ. २८।१६,३३. अ० २७५, २७६. १० ६२,२६२ से २६६,२६८ से २७० छउमत्थपरियाग (छद्मस्थपर्याय) १०१०६,१२४, १३८,१८० छउमत्थिय (छद्मस्थिक) अ०५५३ छंद (छन्द) द० २३७; ६।३७,४१. उ०४८%; १८१३०. वसा० ६३,७ छंद (छन्दस्) उ० १६७५, २१३१६ छंदणा (छन्दना) उ०२६।३,६. अ० २३६ छंदिय (छन्दिरवा) द. १०९ छक्क (षट्क) उ० ३११८ १. 'चेतय' प्राकृत् धातु है । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003556
Book TitleNavsuttani
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year2000
Total Pages1316
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, & Canon
File Size29 MB
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