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________________ ओसन्न-क ७६ ओसन्नदिट्ठाहड (उत्सन्नदृष्टाहृत) द० चू० २।६ । ओसन्न विहार (अवसन्नविहार) व० १।२६ ओसप्पिणी (अवपिणी) उ० ३४॥३३. नं० १८१८; २२. अ० २१६,४५७,४५८,४६०, ४६३,४६७,४८२,४८७,४६०,४६५,४६६, ५०३,६१६. प० १२,१४,१०६,१२४,१३८, १८० ओसर (अप+स)-ओसारेज्जा अ० ४१६ ओसह (औषध) उ० १९७६; ३२।१२ ओसहि (ओषधि) दस० ७।३४. उ. ११।२६; २२१६; ३२।५०. नं० गा० १४. २०६।३१, ३२. नि० ४।१६ ओसहिबीय (ओषधिबीज) नि०१४।३५; १८।६७ ओसहीतिण (ओषधितण) उ० ३६।९५ ओसा (दे०) दस०४ सू० १६ इओसार (अप - सारय)--ओसारेति नि० ओहायमाण (अवधावत) व० ४।१४।५।१४ ओहारिणी (अवधारिणी) द०७।५४; ६।४६. उ० ११२४ ओहाव (अव+धाव)-ओहाएज्जा व० ३।१६.-ओहावइ व० ३।१८.-ओहावेज्जा व० ११३२ ओहाविय (अवधावित) ८० चू० १।२. व० ४१४; ५।१४ ओहासणभिक्खा (उवभाषणभिक्षा) आ० ४।६ ओहि (अवधि) उ० ३३१६. दसा० ५।७. ५०६ ओहिंजलिय (दे०) उ० ३६।१४८ ओहिदसण (अवधिदर्शन) अ० ५५२. दसा०२७ ओहिदंसणलद्धि (अवधिदर्शनलब्धि) अ० २८५ ओहिदसणावरण (अवधिदर्शनावरण) अ० २८२ ओहिदंसणि (अवधिदशिन्) अ० ५५२ आहिनाण (अवधिज्ञान) उ० २३।३ नं० २,८,१०, १६ से २२. जोनं० १. अ० १. दसा० ५७; ७।३५ ओहिनाणपच्चक्ख (अवधिज्ञानप्रत्यक्ष) नं० ६,७. अ० ५१८ ओहिनाणलद्धि (अवधिज्ञानलब्धि) अ० २८५ ओहिनाणावरण (अवधिज्ञानावरण) अ० २८२ ओहिनाणि (अवधिज्ञानिन) नं० २२,१२०.५० ६७,१२२,१३६,१७३ ओहिय (औधिक) अ० ४६२ से ४६४,४६७, ४७१,४७२,४७७,४८१ से ४८३,४८७,४६० से ४६२,४६५,४६६,५०३ ओहीनाण (अवधिज्ञान) उ० २८।४; ३३।४ ओहीरमाण (निद्रात्) ५०४।५ ओहोवहि (ओघोपधि) उ० २४।१३ २०५१ ओसारेत (अपसारयत्) नि० २०५१ ओसारिय (अपसारित) अ० ४१६ ओसिंचित्तु (अवसेक्त) बसा० ६।३ ओसोवणी (अवस्वापनी) १०१५ ओस्स (दे०) नि० १३८; १४।२७; १६।४८; १८१५६ ओह (ओघ) ६० ६।४०. उ० १०॥३०,१४।१७, २३१८४; ३२३३,३४,४६,४७,५६,६०,७२, ७३,८५,८६,६८,९६३४।४०. नं० गा० ३६. दसा० ५७ ओहत (अवहत) ५० २४ ओहनिप्फण्ण (ओघनिष्पन्न) अ० ६१८,६१६,६६५ ओहय (उपहत) नि० ८।११ ओहरिय (अपहृत) उ० २६।१३ ओहरिय (अवहृत्य) नि० १७४१२६ ओहाडिय (अवघाटित)क० १११४ ओहाणुप्पेहि (अवधावनोत्प्रेक्षिन) ८० चू० १११. व. २०२५ औ औपसर्गिक ( ) अ० २७० क (किम्) द० ११४. उ० २।२३. नं० ८. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003556
Book TitleNavsuttani
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year2000
Total Pages1316
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, & Canon
File Size29 MB
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